नईदिल्ली। भाजपा द्वारा पश्चिम बंगाल के कोयलांचल क्षेत्र आसनसोल से उम्मीदवार के तौर पर घोषित किए गए भोजपुरिया स्टार और मशहूर सिंगर पवन सिंह ने यू टर्न ले लिया है। शनिवार शाम जब उन्हें पार्टी ने उम्मीदवार बनाया तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं का आभार जता रहे थे और कहा था कि वह आसनसोल की जनता पर भरोसा करते हैं। इसके बाद रविवार दोपहर उन्होंने घोषणा कर दी है कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे।
सूत्रों ने बताया कि भोजपुरी गानों को लेकर हुए विवाद के बाद ही उन्होंने यह निर्णय लिया है। रविवार दोपहर पवन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को दिल से आभार प्रकट करता हूं। पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन किसी कारणवश मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा।
तृणमूल ने साधा निशाना -
इधर, दूसरी ओर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने पवन सिंह के इस पीछे हटने के कदम पर भाजपा पर निशाना साधा है। पार्टी ने कहा है कि खेला शुरू हो गया है। पार्टी के नेता अभिषेक बनर्जी ने पवन सिंह के चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान पर कहा है कि यह पश्चिम बंगाल के लोगों की अदम्य भावना और शक्ति की जीत है।भाजपा की तरफ से आसनसोल से पवन सिंह को उम्मीदवार बनाने पर तृणमूल कांग्रेस ने बड़ा हमला बोला था। तृणमूल ने पवन सिंह के पुराने गानों में बंगाल की महिलाओं के चित्रण पर सवाल खड़े किए थे। कुछ ही घंटों में यह विवाद काफी बढ़ गया। तृणमूल ने इसे बंगाल की महिला सम्मान से जोड़ दिया था। पार्टी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि चुनाव के पहले भी खेला होने की शुरुआत हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि आसनसोल सीट पर फिलहाल तृणमूल कांग्रेस की ओर से शत्रुघ्न सिन्हा सांसद हैं।