44 साल बाद बना ऐसा योग, करें ये उपाय...

Update: 2018-07-12 13:19 GMT

नई दिल्ली। 44 साल बाद सूर्य ग्रहण और गुप्त नवरात्रा का एक साथ योग बना है और इससे पहले ऐसा योग 13 सितम्बर 1974 को बना था लेकिन अब यही घडी, समय,और दिन,वार 13 सितम्बर 2080 को बनेगा।

हम आपको बता दें कि 13 जुलाई 2018 आषाढ़ अमावस्या के दिन यह साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भी है लेकिन यह भारत में दिखाई नहीं देगा। लेकिन इसका असर इंग्लैंड के ग्रीनविच शहर और न्यूजीलैंड महासागर, ऑस्ट्रेलिया में यह दोपहर 1:30 बजे नजर आएगा और अमेरिका के पूर्वी तट पर सुबह 9:30 बजे दिखेगा। ज्योतिषियों के अनुसार ग्रहण से जुड़े कुछ नियम मानना बहुत जरूरी है।

इस समय पड़ेगा सूर्य ग्रहण

13 जुलाई को आषाढ़ कृष्ण पक्ष अमावस्या

प्रात: 7 बजकर 18 मिनट और 23 सेकंड से शुरू और मोक्ष 9 बजकर 43 मिनट 44 सेकंड बजे होगा।

ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश सोनी के अनुसार सूर्य ग्रहण लगने से पहले दूध-दही जैसी चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर रखने चाहिए। जिस वक्‍त सूर्य ग्रहण लगा होता है उस समय को सूतक काल कहते हैं, ज्योतिषियों के अनुसार सूतक का प्रभाव नहीं पड़ेगा। लेकिन इस अवधि में पूजा-पाठ और मूर्ति पूजा नहीं की जाती है। ऐसा भी कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण के समय सोना और खाना नहीं चाहिए। आपको बता दें कि ग्रहण खत्म हो जाने के बाद स्न्नान करके गरीबों को दान दक्षिणा देना चाहिए। 

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