नई दिल्ली। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास लेने वाले भारत के पूर्व कप्तान सरदार सिंह ने कहा कि गोल्ड कोस्ट में संपन्न हुए राष्ट्रमंडल खेलों में टीम में अनदेखी के बाद पूर्व भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने उन्हें वापसी के लिए प्रेरित किया।
सरदार ने कहा कि जब राष्ट्रमंडल खेलों के लिए मुझे टीम से बाहर किया गया तो मैंने सचिन पाजी को बुलाया। मैं बहुत परेशान था। मैंने उससे पूछा कि वह जब बिना रन बनाए आउट होते थे तो क्या करते थे, तब उन्होंने मुझे समझाया और कहा कि लोग आपके बुरे प्रदर्शन आलोचना करते हैं। उन्होंने मुझसे लंबे समय तक बात की और मुझे सभी आलोचनाओं को भूलने, पुराने वीडियो देखने और अपने प्राकृतिक खेल पर ध्यान देने के लिए कहा। इससे मुझे बहुत मदद मिली।
सचिन को अपनी प्रेरणा बताते हुए सरदार ने कहा कि सचिन के साथ बातचीत ने उन्हें वापसी करने और अपने आत्मविश्वास को दोबारा हासिल करने मदद की।
जुलाई में सरदार सिंह के नेतृत्व में नीदरलैंड्स में आयोजित चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने रजत पदक हासिल किया था। खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने पेनल्टी शूटआउट में भारत को 3-1 से हराया था।
अपने संन्यास पर 32 वर्षीय सरदार सिंह ने कहा कि यह एक कठिन निर्णय था। मैंने अपने कोच, वरिष्ठ खिलाड़ियों, परिवार और दोस्तों से परामर्श करने के बाद यह निर्णय लिया। ड्रेसिंग रूम और टीम के साथ बिताए गए समय मुझे हमेशा याद आएंगे,लेकिन इसे एक दिन होना था। अब परिवार के साथ समय बिताना है।समर्थन के लिए सभी को विशेष धन्यवाद।
वर्ष 2017 में सरदार सिंह को राजीव गांधी खेल रत्न के सम्मान से नवाजा गया था। इससे पहले वर्ष 2015 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। वर्तमान में वह हरियाणी पुलिस में उपाधीक्षक के रूप में कार्यरत हैं।