महाकुंभ 2025: मौनी अमावस्या के हादसे से सीख, बसंत पंचमी स्नान के लिए सख्त प्रबंधन
महाकुंभ 2025: महाकुम्भ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ से सबक लेते हुए प्रशासन ने बसंत पंचमी शाही स्नान के लिए कड़ी व्यवस्थाएं की हुई हैं।;
महाकुंभ 2025: मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान हुई भगदड़ के बाद प्रशासन ने बसंत पंचमी के स्नान पर्व के लिए कड़े कदम उठाए हैं। 3 फरवरी को होने वाले इस स्नान में किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो, इसके लिए प्रशासन ने नई योजनाएं लागू की हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। महाकुंभ क्षेत्र में सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर कई बड़े बदलाव किए गए हैं।
बेहतर सुरक्षा व्यवस्था
महाकुंभ क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए प्रशासन ने पुलिस बल की तैनाती, बैरिकेडिंग को मजबूत करना और साइन बोर्ड्स की संख्या बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 12 प्रमुख स्थानों पर बैरिकेडिंग को मजबूत किया गया है। इनमें काली मार्ग, त्रिवेणी मार्ग, नागवासुकी रैम्प, गंगा मूर्ति तिराहा और अन्य महत्वपूर्ण स्थल शामिल हैं।
अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
नए प्लान के तहत अखाड़ा क्षेत्र में सीएपीएफ की 7 कंपनियों को री-डिप्लॉय किया गया है। दक्षिणी और उत्तरी झूंसी क्षेत्रों में तीन और दो कंपनियों को तैनात किया गया है। स्नान घाट क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, ताकि भीड़ को बेहतर ढंग से नियंत्रित किया जा सके।
अनुभवी अधिकारियों की तैनाती
महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की भी तैनाती की है। चार पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी और तीन अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया गया है, ताकि नई और अनुभवी टीम मिलकर बेहतर प्रबंधन कर सके।
डिजिटल अलर्ट और साइन बोर्ड्स
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वापसी मार्गों पर साइन बोर्ड की संख्या और ऊंचाई बढ़ा दी गई है। वीएमडी पर डिजिटल डिस्प्ले के जरिए यातायात मार्ग की जानकारी दी जाएगी। पांटून पुलों की स्थिति और भीड़ नियंत्रण के लिए आई ट्रिपल सी से भेजे जाने वाले अलर्ट मैसेज की संख्या भी बढ़ाई गई है।