UP Politics: जानें कौन हैं अशोक सिद्धार्थ, जिसकी वजह से मायावती ने आकाश आनंद पर लिया बड़ा एक्शन

UP Politics: आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे पर बड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें पार्टी के सभी पदों से निकाल दिया है l;

Update: 2025-03-02 14:10 GMT

UP Politics: बसपा सुप्रीमों मायावती ने आज यानी रविवार को बड़ा फैसला लेते हुए अपने भतीजे और संभावित उत्तराधिकारी आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया है l इसके साथ ही मायावती ने यह भी साफ़ कर दिया कि जबतक वो जीवित है तब तक बसपा पार्टी का कोई भी उत्तराधिकारी नहीं होगा l आज इस फैसले के बाद यूपी की सियासत में घमासान मचा दिया है l 

बता दें कि आकाश आनंद जिन्हें हाल ही में मायावती ने पार्टी का राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया था, अब बसपा में किसी भी पद पर नहीं रहेंगे। उनकी जगह राज्यसभा सांसद राम जी गौतम और आनंद कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। 

मायावती ने क्यों लिया फैसला

मायावती ने अपने इस निर्णय के लिए आकाश आनंद के ससुर और पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अशोक सिद्धार्थ पार्टी में गुटबाजी कर रहे थे और संगठन को कमजोर करने की साजिश रच रहे थे। मायावती ने कहा कि अशोक सिद्धार्थ ही आकाश आनंद के राजनीतिक करियर को बर्बाद करने के पीछे हैं।

कौन हैं अशोक सिद्धार्थ?

अशोक सिद्धार्थ उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज के रहने वाले हैं। उनका जन्म 5 फरवरी 1965 को हुआ था। उनके पिता बहुजन आंदोलन के संस्थापक कांशीराम के करीबी सहयोगी थे, जिससे उनका जुड़ाव बसपा से बचपन से ही रहा। मायावती के कहने पर उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में प्रवेश किया और बसपा में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं।

अशोक सिद्धार्थ पेशे से नेत्र चिकित्सक हैं और उन्होंने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त की है। बसपा के टिकट पर वे विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) और फिर राज्यसभा सांसद भी बने। उन्हें 2018 में आंध्र प्रदेश का बसपा प्रभारी बनाया गया था और उन्होंने महाराष्ट्र, तेलंगाना और ओडिशा में भी पार्टी संगठन का काम देखा।

हालांकि, आकाश आनंद की शादी में कुछ चुनिंदा नेताओं को बुलाने और पार्टी में गुटबाजी करने के आरोपों के चलते इस साल की शुरुआत में मायावती ने उन्हें बसपा से निष्कासित कर दिया था। अब, आकाश आनंद को सभी पदों से हटाने के बाद, मायावती ने एक बार फिर अशोक सिद्धार्थ को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।

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