फीरोजाबाद ब्यूरो। किसी भी दशा में अपराध करने बाद अपराधी को सजा अवश्य दिलायी जायें। सजा का प्रतिशत कम से कम 80 प्रतिशत अवश्य रहें और बड़े अपराधी किसी भी दशा में न छूटें इसके लिए सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों से समन्वय बनाकर साक्ष्यों को ससमय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करायें। यदि किसी स्तर पर किसी पुलिस अधिकारी द्वारा अपेक्षित सहयोग न किया जा रहा हो तो इसकी आख्या तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को उपलब्ध कराएं। यह निर्देश कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित शांति एवं कानून व्यवस्था कार्ययोजन कार्यों की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने दिये।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने पुलिस अधीक्षक ग्रामीण महेन्द्र सिंह को निर्देश दिये कि सभी पुलिस अधिकारियों और थानाध्यक्षों को भी इसके लिए निर्देशित कर देें कि साक्ष्यों को ससमय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करायें। जिलाधिकारी ने एनडीपीएस मामलों में कठोर कार्यवाही किये जाने के भी निर्देश दियें। उन्होने कहा कि गैंगस्टर एक्ट की परिधि में आने वाले अपराधियों पर तत्काल गैंगस्टर लगाया जायें जिससे वह जनपद की कानून व्यवस्था के लिए खतरा न बन सकें। उन्होने विभागीय लम्बित सिविल मामलों की सूची विभागवार देने के निर्देश दियें जिससे सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों से समन्वय बनाकर शीघ्र निस्तारण कराया जा सकें। इसी प्रकार अधिक समय से लम्बित 143 क्रिमिनल मामलों की थानावार सूची बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दियें। उन्होने एक्यूटल रिपोर्ट की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुये कहा कि जिन मामलों में कार्यवाही शीघ्रता के साथ आवश्यक हो उन्हे ससमय प्रेषित कराये जिससे समय से सक्षम न्यायालय में अपील की जा सके। जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट प्रिंयका सिंह व सभी उपजिलाधिकारी को निर्देश दियें कि सम्बन्धित पुलिस क्षेत्राधिकारी के साथ जनपद में सभी 33 गन हाउसेस का कड़ाई के साथ निरीक्षण करें और उनके सभी दस्तावेजों को भलिभांति चेक करें तथा कारतूस बिक्री प्रक्रिया की भी गहनता पूर्वक समीक्षा करें। जिन गन हाउसेस पर कोई भी अनियमितता मिलें। उनके विरूद्ध विधि सम्मत कार्यवाही संस्तुत करें। इसी प्रकार लाइसेंसधारियों द्वारा कारतूसों के प्रयोग की भी रेण्डम चेकिंग करते हुयें अनियमितता पाये जाने पर शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की संस्तुति भेजें। बैठक के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट प्रियंका सिंह, उपजिलाधिकारी शिकोहाबाद जैनेन्द्र सिंह, संयुक्त नियोजन अभियोजन संतोष कुमार सिंह, एसपीओ विजय शंकर मिश्र, डीसी सिविल विश्राम सिंह, डीजीसी क्रिमिनल सहित सभी एडीजीसी सिविल व क्रिमिनल मौजूद रहें।