मथुरा। एटा जनपद के चर्चित सपा नेता भाईयों पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव और उनके बड़े भाई रामेश्वर सिंह यादव की 15 करोड़ रुपए की दो अधबनी कोठियां मथुरा जिला प्रशासन ने कुर्क की हैं। इन सपा नेता भाईयों की सम्पत्ति को कुर्क करने के आदेश 18 अक्टूबर 2022 में जिलाधिकारी एटा ने दिए थे।
सपा सरकार में एटा की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले जुगेंद्र सिंह यादव व रामेश्वर सिंह यादव पुत्रगण लालाराम यादव निवासी अमृतपुर रघुपुरा थाना जसरथपुर अलीगंज जिला एटा पर 2021 में कार्रवाई की शुरुआत हुई थी, जब दोनों नेताओं के विरुद्ध अवैध कब्जों को लेकर संपत्ति ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। साथ ही विभिन्न आपराधिक मुकदमों का लिखना शुरू हो गया। जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद शिकंजा पूरी तरह कस दिया गया। इसमें 18 अप्रैल 2022 को कोतवाली नगर में दोनों पर लिखा गया गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा उन पर सबसे बड़ा प्रहार था। इसी मुकदमे के दम पर डीएम एटा ने 17 जून 2022 को दोनों की तमाम चल-अचल संपत्तियां कुर्क करने का आदेश जारी कर दिया। जिसके पालन में पुलिस और प्रशासन ने एटा से लेकर फर्रुखाबाद, आगरा, कानपुर, गाजियाबाद तक की संपत्तियां कुर्क कर डालीं। इस बीच सपा नेता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव को 9 मार्च 2023 को मथुरा के जैंत थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। उसी दौरान पता चला कि इस इलाके में भी जुगेंद्र यादव और उनके भाई की एक बड़ी चारदिवारी के बीच दो कोठियां बन रही हैं। इसकी सूचना डीएम एटा को दी गई, जिसके बाद 18 अक्टूबर 2022 को एटा जिलाधिकारी के मथुरा की तहसील सदर स्थित ग्राम छटीकरा व सुनरख बांगर में स्थित संपत्ति कुर्क की गई है। यह सम्पत्ति एक चारदिवारी के बीच अधबनी दो कोठियां हैं, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 15 करोड़ है।
इस कार्रवाई के दौरान राजकुमार भास्कर तहसीलदार सदर, राकेश यादव राजस्व निरीक्षक वृंदावन, डालचंद लेखपाल से सुनरख, जगन्नाथ भारद्वाज लेखपाल छटीकरा, थाना प्रभारी वृंदावन, थाना प्रभारी जैत तथा एटा जिला से आए हुए इंस्पेक्टर विष्णु कुमार उपस्थित थे।