आगरा। शहर में नए बने सेठों व पूंजीपतियों की एक खुफिया जांच प्रशासन और पुलिस विभाग द्वारा मिलकर कराई जा रही है। बीते 6 माह से चल रही इस जांच में कई के नाम पुलिस प्रशासन की सूची में आ चुक हैं। बहुत जल्द इस जांच की विस्तृत रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी।
इस खुफिया जांच के बारे में किसी को जानकारी नहीं दी गई है। इसमें उन नवधनाढ्यों की जांच हो रही है, जिनकी सम्पत्ति बीते पांच सालों में तीन गुना से पांच गुना तक बढ़ गई है। वह सभी नवधनाढ्य इस जांच के दायरे में हैं। नए अमीरों के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए इस जांच में बैेंकों, वाणिज्यकर, जीएसटी, आयकर विभाग के अधिकारियों को भी शामिल कर लिया गया है। इधर नवधनाढ्यों का व्यापार क्या है, इसमें बीते पांच साल में मुनाफे का प्रतिशत इतना कैसे बढ़ा, पांच साल पहले मुनाफा का प्रतिशत क्या था आदि तथ्यों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है। जांच का इतने खुफिया तरह से किया जा रहा है कि किसी को इसके बारे में जानकारी तक नहीं दी गई है। इस मामले में कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। हालांकि यह माना जा रहा है कि ऐसे नवधनाढ्यों को चिन्हित करने के बाद शासन द्वारा व्यापार में काले धन को लगाए जाने को लेकर भी एक जांच कराएगी। इससे पहले सपा सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री के आदेश पर नवधनाढ्यों की जांच कराई गई थी। जांच पूरे प्रदेश में कराई गई थी, जिसमें आगरा जिले से डेढ़ दर्जन से अधिक नवधनाढ्य चिन्हित किए गए थे।