शुक्रवार को देर रात हुए हादसे में एक और मौत

Update: 2019-02-23 16:18 GMT

तीन की हो गई थी मौके पर ही मौत

आगरा। एक ओर विवाह मंडप में दूल्हा दुल्हन सात फेरे ले रहे थे वहीं दूसरी तरफ उनके वैवाहिक समारोह में शामिल होकर लौट रहे बरातियों पर मौत ने झपटटा मार दिया। देर रात हुए सड़क हादसे के बाद शनिवार दोपहर एक और बाराती की उपचार के दौरान मौत हो गई है। 20 वर्षीय दिनेश पुत्र पप्पू निवासी खेरागढ़ का इमरजेंसी में इलाज चल रहा था, जहां शनिवार दोपहर उसने दम तोड़ दिया। हादसे में दिनेश समेत चार की मौत हो चुकी है और 21 बराती गंभीर रूप से घायल हैं।

मामले के अनुसार कागारौल के औरंगपुर गांव निवासी प्रीतम सिंह के बेटों अवनीश समेत दो लोगों की बरात शुक्रवार रात फरह के परखम गांव गई थी। दोनों दूल्हों और परिवार के कुछ लोगों को छोड़कर बाकी रिश्तेदारों समेत 50 ग्रामीण दावत खाने के बाद बस से गांव लौट रहे थे। अछनेरा में फरह मार्ग स्थित कब्रिस्तान के पास तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड्ढे में गिर गई। सवार लोगों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने बस के नीचे दबे लोगों को पौन घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला। मगर, तब तक 65 वर्षीय हरविलास, भूरी सिंह (45) और नेत्रपाल (42) की मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी अछनेरा में भर्ती कराया। जहां से गंभीर रूप से घायल 22 लोगों को एसएन इमरजेंसी के लिए रेफर कर दिया गया। हादसे की जानकारी होने पर सीओ अछनेरा नम्रिता श्रीवास्तव समेत कई थानों का फोर्स पहुंच गया। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई गई है। जिनमें से युवक दिनेश की शनिवार दोहपर मौत हो गई है।

बरात लौटने का इंतजार करते गांव में मचा कोहराम

कागारौल के औरंगपुर के लोग बरात लौटने का इंतजार कर रहे थे। शादी वाले घर में मंगल गीत गाए जा रहे थे। हादसे की खबर मिलने के बाद गांव में कोहराम मच गया। मंगल गीत की आवाजें करुण क्रंदन में बदल गईं। प्रीतम सिंह के परिवार और रिश्तेदारों समेत 70 लोग गांव से बरात में गए थे। इनमें परिजन और खास रिश्तेदार फेरों की रस्म कराने को दूल्हों के साथ रुक गए। बाकी 50 लोगों ने घर लौटने का फोन परिजनों को कर दिया था। इसके चलते गांव की महिलाएं उनके लौटने के इंतजार में जाग रही थीं। प्रीतम सिंह के घर में मंगल गीत गूंज रहे थे। रात डेढ बजे हादसे की खबर गांव पहुंचने पर महिलाओं में चीख-पुकार मच गई। गांव के लोग मौके पर दौड़ पड़े। बस के नीचे दबे घायलों को निकालने के लिए रेस्क्यू को अछनेरा और फरह थाने का फोर्स पहुंच गया।

ये हैं एसएन में भर्ती

आकाश, सूरज, रमेश, शिवम, नीरज, राजेंद्र, राजेश, मेघा, रोहित,सूरज, विवेक, श्याम सिंह, मान सिंह, सोनू, सलीम, सिप्पी, नरेश, रिंकू और रमेश।

गुहार लगाते-लगाते मर गया बराती

घायलों के अनुसार बस के नीचे दबा हर विलास जान बचाने की गुहार लगाते-लगाते मर गया। वह बस के नीचे बुरी तरह से दबा हुआ था। 

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