♦ राजनीतिक दलों के उतारे जा रहे हैं होर्डिंग्स, बैनर, पोस्टर
♦ रात में ही सक्रिय कर दीं थी टीमें, मॉनीटरिंग भी कर दी तेज
आगरा। इसे कहते हैं चुनाव आयोग का डंडा। आचार संहिता लगते ही अधिकारी अपने तेबर में आ गए। उन्होंने जरा भी देर नहीं की और रात में ही टीमें लगा दीं। सोमवार को भी टीमों ने होर्डिंग्स, पोस्टर, बैनर और वॉल पेंटिंग हटाए।
बता दें कि न्यायालय और शासन की रोक के बाद भी शहर में प्रचार-प्रसार करने वाले होर्डिंग्स, पोस्टर, बैनर और वॉल पेंटिंग की बाढ़ सी आ गयी थी। नगर निगम चाहकर भी उन्हें रोक नहीं पा रहा था। राजनीति दबाव जो था, इसके चक्कर में नगर निगम को हर महीने लाखों रुपये के राजस्व की हानि भी हो रही थी। होर्डिंग्स तो गर्डर की जगह बल्लियों पर लगा दिये गये थे। तिराहे-चौराहों पर आड़े-तिरछे लगे थे। इससे ट्रैफिक व्यवस्था भी प्रभावित हो रही थी। अब अधिकारियों को दबाव का जवाब देने को मौका मिला तो पूरी रात अभियान चलाया। चुन-चुन कर कार्रवाई की जा रही है। विभिन्न दलों के अलावा सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने वाले होर्डिंग्स, पोस्टर, बैनर और वॉल पेंटिंग को हटाया जा रहा है। ये कार्रवाई लोकसभा चुनाव के लिए रविवार की शाम को लगी आदर्श आचार संहिता के तहत की जा रही है। आचार संहिता लागू होते ही नगर निगम की टीमें शहर में निकल र्गइं थीं। निगम के विज्ञापन प्रभारी एके सिंह ने बताया कि आचार संहिता में प्रतिबंधित रहने वाले होर्डिंग्स, बैनर, पोस्टर और वॉल पेंटिंग को पहले ही चिह्नित कर लिया गया था। नगर निगम ने पूरी तैयारी कर ली थी। सोमवार सुबह भी कई क्षेत्रों में टीमों ने होर्डिंग्स, पोस्टर, बैनर और वॉल पेंटिंग हटाईं। उनकी मॉनीटरिंग की जा रही है।