महिला ने ताजमहल पर बगीचे में पढ़ी नमाज
ताजमहल में फिर हुआ सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लघंन
आगरा। ताजमहल पर प्रतिबंधित स्थानों पर नमाज पढ़ने की घटनाएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसी घटनाएं जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल उठा रही हैं। गुरुवार को ईद की नमाज के बाद दोपहर के वक्त एक महिला द्वारा बगीचे में नमाज पढ़ने की तस्वीर सामने आई है। जिम्मेदार मामले की जानकारी न होने की बात कह रहे हैं।
बता दें की गुरुवार को ईद के अवसर पर ताजमहल की शाही मस्जिद में कोई भी नमाज अता कर सकता था। इसके लिए नमाज के समय ताजमहल में सभी का प्रवेश निशुल्क भी किया गया था। हजारों की संख्या में अकीदतमंदों ने यहां नमाज पढ़ी थी। इसके बाद दोपहर के वक्त एक महिला पर्यटक ने ताजमहल के बगीचे में जाकर नमाज अता की। नमाज अता करते देख वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने उसकी तस्वीर मोबाइल में कैद कर ली। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो जब लोगों ने वीडियो बनाना चाहा तब तक महिला की नमाज खत्म हो गई थी और वो वहां से चली गई। शुक्रवार को ताजमहल आम लोगों के लिए बंद है। अधिकारी मामले की जानकारी न होने की बात कह रहे हैं।
पूर्व में भी आ चुके हैं मामले
बता दें की ताजमहल पर ईद और बकरीद के दिन सुबह की नमाज कोई भी अता कर सकता है। रमजान में कमेटी के लोग तरावीह की नमाज पढ़ सकते हैं और आम दिनों में सिर्फ शुक्रवार को स्थानीय निवासी अपना आधार कार्ड दिखाकर ताजमहल की शाही मस्जिद में दोपहर की नमाज अता कर सकते हैं। नमाज सिर्फ मस्जिद परिसर और भीड़ अधिक होने पर उसके बाहर के स्थान पर पढ़ी जा सकती है। इसके अलावा किसी भी दिन, समय पर कहीं भी नमाज नहीं पढ़ी जा सकती है। इसके बाद भी बीते दो वर्षों में कई बार परिसर में नमाज अता करने के मामले सामने आ चुके हैं। पर्यटक जानकारी के अभाव में नियम तोड़कर नमाज पढ़कर चले जाते हैं। अगर पकड़ में आते हैं तो उन पर कार्रवाई हो जाती है।