स्वच्छता अभियान ने बदली उत्तर प्रदेश के 97,409 राजस्व ग्रामों की तस्वीर

इस कड़ी में एक अप्रैल से अभी तक 17 दिनों में प्रदेश के कुल 97409 राजस्व ग्रामों में से 58254 राजस्व ग्रामों में स्वच्छता अभियान चलाया जा चुका है। इस अभियान में 76004 कर्मी जुटे हैं।

Update: 2021-04-17 15:47 GMT

लखनऊ: एक तरफ कोरोना की जंग जीतने की चुनौती है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के गांवों को स्वच्छ व स्वस्थ वातावरण प्रदान करना भी जरूरी है। इस संकल्प को पूरा करने में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार पूरी ताकत से जुटी है।

सरकार गांवों में विशेष सफाई अभियान चलाकर वहां बीमारी की रोकथाम के लिये विशेष इंतजाम कर रही है। इस कड़ी में एक अप्रैल से अभी तक 17 दिनों में प्रदेश के कुल 97409 राजस्व ग्रामों में से 58254 राजस्व ग्रामों में स्वच्छता अभियान चलाया जा चुका है। इस अभियान में 76004 कर्मी जुटे हैं।

सरकार का खासकर राजस्व ग्रामों पर बहुत अधिक ध्यान है। यही कारण है कि पहली बार छोटे हों या बड़े, ग्राम पंचायत के सभी गांवों में नालियों की सफाई कराई जा रही है। जिससे गांव की तस्वीर बदलने लगी है और संक्रामक बीमारियों के फैलने पर ब्रेक भी लगा है। ग्राम पंचायतों में अभियान के दौरान स्वास्थ्य, स्वच्छता पोषण समिति की बैठक कराई गई हैं। ग्राम प्रधानों के माध्यम से स्वच्छता अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है।

यह पहली बार है जब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने खासकर राजस्व गांवों में स्वच्छता का इतना बड़ा अभियान चलाया है। पिछली सरकारों में कभी इस तरह का प्रयास सामने नहीं आया यही कारण है कि गांव की जनता भी स्वच्छता अभियान में स्वंय से जुड़कर इन अभियानों को सफल बनाने में जुट गई है।

58,254 राजस्व ग्राम को स्वच्छता अभियान से लाभ :

सरकार की ओर से खासकर 75 जिलों के 97409 राजस्व ग्रामों में विशेष सफाई अभियान पहली अप्रैल से शुरू हुआ है। इनमें से आधे से अधिक गांव कुल 58254 ग्रामों में विशेष सफाई अभियान चलाया जा चुका है। इन अभियानों के माध्यम से सरकार ने स्वच्छ उत्तर प्रदेश और स्वस्थ उत्तर प्रदेश की नींव रखी है।

19826 राजस्व ग्रामों में सोडियम बदला माहौल :

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के 75 जिलों में स्थित राजस्व ग्रामों में एंटीलार्वा का छिड़काव को बढ़ावा देकर संक्रामक बीमारियों से लोगों को बचाने का अहम कार्य किया है। 16 दिनों में इन 19826 राजस्व् ग्रामों में ब्लीचिंग पाउडर, सोडियम हाईपोक्लोराइड का छिड़काव प्रत्येक दिन कराया गया है।

12530 राजस्व ग्रामों में फॉगिंग कराई गई :

उत्तर प्रदेश सरकार ने पहली अप्रैल से 12530 ग्रामों में पहली बार निरंतर फॉगिंग कराकर मच्छरों का प्रकोप दूर करने का कार्य किया है। पहले कभी गांवों में इतने वृहद स्तर पर मच्छरों के प्रकोप को दूर करने के लिये फॉगिंग नहीं कराई गई थी। खासकर राजस्व ग्रामों में इस तरह का अभियान चलने से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। उनमें उम्मीद जगी कि अब उनको गंभीर बीमारी नहीं जकड़ेगी। सरकार की पहल की गांव के लोग प्रशंसा कर रहे हैं।

गलियों से लेकर नुक्कड़ों तक पहली बार हुई सफाई :

उत्तर प्रदेश सरकार की पहल से पहली बार गांव की गलियों के साथ ही रास्तों व नुक्कड़ों की सफाई कराई गई। गांव के लोगों को जागरूकता अभियान के माध्यम से मास्क की उपयोगिता की जानकारी दी गई है। अपने घरों के आस-पास सफाई रखने और गंदगी न करने से होने वाले लाभों की जानकारी दी जा रही है। गंभीर बीमारियों की रोकथाम के लिये सफाई कितनी उपयोगी है इसको भी वृहद स्तर पर जागरूकता अभियान के माध्यम से बताया जा रहा है।

स्वच्छता अभियान रोगों से लड़ने में एक बड़ा हथियार :

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड प्रबन्धन की समीक्षा करते हुए स्वच्छता का विशेष अभियान शुरू करने के निर्देश दिए थे। ग्राम्य विकास और नगर विकास विभागों को इसे प्राथमिकता के साथ कराए जाने के लिए कहा गया था।


मुख्यमंत्री ने कहा कि अप्रैल से अगस्त तक का महीना कई तरह की संक्रामक बीमारियों के प्रसार का समय होता है। डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफेलाइटिस तथा अन्य संक्रामक बीमारियों के मामले में अक्सर वृद्धि होती है। ऐसे में स्वच्छता और सैनिटाइजेशन जरूरी है। कोविड के प्रसार को रोकने की दृष्टि से भी यह उपयोगी होगा।

उन्होंने आगे कहा कि पिछले एक सप्ताह से जारी इस अभियान के सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले हैं। आमतौर पर अप्रैल-मई के महीनों में जहां अस्पतालों में संक्रामक रोगों के मरीज बहुतायत आते थे, वहीं इन दिनों ऐसे मरीज कम या रहे हैं। लोगों से स्वच्छता के प्रति आग्रही होने की अपील करते हुए सीएम ने कहा है कि स्वच्छता अभियान न केवल कोविड, बल्कि अन्य रोगों से लड़ने में एक बड़ा हथियार है।

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