टूल किट मामले में FIR दर्ज कर हाईकोर्ट की निगरानी में हो जांच: प्रमोद तिवारी
तिवारी ने कहा है कि दिल्ली में भाजपा के सत्तारूढ़ होने के बावजूद कांग्रेस की ओर से टूल किट की एफआईआर सच्चाई को दबाने के लिए जानबूझकर दर्ज नही की जा रही है।
प्रतापगढ़: केन्द्रीय कांग्रेस वर्किग कमेटी के सदस्य एवं यूपी आउटरीच एण्ड कोआर्डिनेशन कमेटी के प्रभारी प्रमोद तिवारी ने टूल किट मामले मे केंद्र की मोदी सरकार पर घबराहट में होने की बात कही है। श्री तिवारी ने कहा है कि दिल्ली में भाजपा के सत्तारूढ़ होने के बावजूद कांग्रेस की ओर से टूल किट की एफआईआर सच्चाई को दबाने के लिए जानबूझकर दर्ज नही की जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि पूरे मामले के उजागर होने के बाद भाजपा को भय है कि उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं एक मंत्री तथा कुछ बडबोले नेता कानून की जद मे आ जायेगें। श्री तिवारी ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह कांग्रेस की तरफ से टूल किट की एफआईआर दर्ज कराकर इसकी हाईकोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच कराये। उन्होनें कहा कि टूल किट को लेकर भाजपा इसलिए सच सामने नही उजागर होने देना चाहती कि आपदा काल मे भी उसे पीएम मोदी की छवि की चिंता है न कि कोरोना से जूझ रहे हिन्दुस्तानियों की जान बचाने की चिंता है। यह देश की एक सौ तीस करोड़ जनता के हित से जुडा मुददा है। जिसे नजरअंदाज कर भाजपा सरकार मानवता को धोखा देने के अपराध बोध से ग्रसित है।
प्रमोद तिवारी ने कोरोना काल में सरकार के द्वारा पार्थिव शरीरों के अंतिम संस्कार मे भी प्रशासनिक तंत्र द्वारा अमानवीय रवैये की भी तल्ख आलोचना की है। श्री तिवारी ने कहा कि एक तरफ सरकार दावा कर रही है कि वह पैसो को अवमुक्त कर शवों का उससे जुडे धर्म तथा मजहब के आधार पर अंतिम संस्कार करायेगी।
बतौर उदाहरण प्रमोद तिवारी ने बलिया में एक हिन्दू के शव को पुलिस व प्रशासन द्वारा अमानवीय ढंग से टायर तथा डीजल व पेट्रोल छिडककर जलाए जाने की घटना को भाजपा के हिन्दुत्व के नाम पर वोट बटोरने के भी फरेब का खुलासा करार दिया है।