पंचायत चुनाव के दौरान हर मृत कर्मी के परिवार के साथ सरकार, अनाथ बच्चे राज्य की संपत्ति: CM योगी

सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा है कि ड्यूटी के दौरान मृत्यु बेहद ही दु:खद है। राज्य सरकार की संवेदनाएं प्रत्येक कर्मचारी व उसके परिजनों के प्रति हैं।

Update: 2021-05-20 17:23 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी पर कोरोना संक्रमण या फिर अन्य किसी बीमारी के कारण मृत कर्मचारी को लेकर विपक्षी दलों के तमाम आरोपों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाल लिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा है कि ड्यूटी के दौरान मृत्यु बेहद ही दु:खद है। राज्य सरकार की संवेदनाएं प्रत्येक कर्मचारी व उसके परिजनों के प्रति हैं।

उन्होंने कहा कि हर एक मृत्यु दु:खद है और चुनाव ड्यूटी करने वाले जिन शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, रोजगार सेवकों, पुलिस कर्मियों के साथ ही प्रत्येक वह कर्मचारी, जिसकी इलेक्शन ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई अथवा जो उस दौरान कोरोना से संक्रमित हुआ और बाद में मृत्यु हो गई, राज्य सरकार, राज्य इलेक्शन कमीशन की गाइडलाइंस के नियमानुसार उनके परिवार को कम्पनसेशन और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के सम्बन्ध राज्य चुनाव आयोग की संस्तुतियों पर कार्रवाई करती है। इलेक्शन कमीशन की गाइडलाइंस पुरानी है। तब कोरोना संक्रमण नहीं था। अत: इस संबंध में नए सिरे से सहानुभुतिपूर्वक विचार की आवश्यकता है। वर्तमान परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में चुनाव आयोग से आख्या प्राप्त की जा रही है।

अब मुख्य सचिव तथा अपर मुख्य सचिव पंचायती राज शीघ्र राज्य निर्वाचन आयोग से समन्वय स्थापित करके चुनाव आयोग से गाइडलाइन में संशोधन करने का अनुरोध करें। जिसके आधार चुनाव ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को एक निश्चित समय सीमा के अन्दर संक्रमण होने पर निधन होने इत्यादि की स्थिति को भी सम्मलित करने पर विचार किया जाए। प्रदेश सरकार अपने कर्मचारियों को सभी आवश्यक सुविधाएं देने के लिए तत्पर है। विशेषकर, ऐसे समय पर जब उन्होंने चुनाव या अन्य कोई ड्यूटी की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मृत सरकारी कर्मी और परिवार को समुचित सहायता उपलब्ध कराने के लिए चुनाव आयोग से विचार विमर्श कर आवश्यक संस्तुतियां देने के लिए अनुरोध किया जाए।

निराश्रित बच्चे राज्य की संपत्ति : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड संक्रमण के कारण कई दंपतियों की असमय मृत्यु हुई है। इनके बच्चे राज्य की संपत्ति हैं। ऐसे निराश्रित बच्चों के भरण-पोषण और समुचित देखभाल के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग विस्तृत कार्ययोजना तैयार करे।

राज्य सरकार के अधीन किसी भी विभाग में कार्यरत किसी काॢमक की मृत्यु यदि कोविड संक्रमण से हुई हो तो विभाग से संबंधित परिवार के प्रति पूरी संवेदनशीलता और सहानुभूतिपूर्वक यथोचित सहयोग मिलेगा। अनुग्रह राशि का भुगतान हो या मृतक आश्रित सेवायोजन अथवा अन्य कोई प्रकरण, कोई फाइल लंबित न रहे। मुख्य सचिव स्तर से इस संबंध में यथोचित आदेश जारी कर व्यवस्था प्रभावी बनाने की कार्यवाही हो।

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