कान्हा की प्रिय गायों को सहेज रही है श्रीकृष्ण गौशाला
सड़कों पर विचरण करने वाली 2500 गायों का लाड़ प्यार के साथ हो रहा है लालन-पालन;
अजय खंडेलवाल
मथुरा। गांव राल स्थित श्रीकृष्ण गौशाला विहारवन कान्हा के ब्रज में उनकी प्रिय गायों को सहेजने का अदभुत कार्य कर रही है। यहां सड़कों पर विचरण करने वाली दीन, हीन गायों को लाकर उनका लाड़ प्यार के साथ लालन पालन किया जा रहा है। इन गायों के घूमने के लिए जंगल, पीने के पानी के लिए तालाब, आराम करने के लिए टीन शेड तैयार किए गए है।
श्रीकृष्ण गौशाला 136 एकड़ में फैली हुई है। इस गौ-वन की स्थापना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में की गई। प्रबंधक गौसेवक राजेश अग्रवाल ने बताया कि गौशाला में उन गायों को स्थान दिया जाता है जो खुले में सड़कों पर विचरण कर रही है, बीमार है या फिर घायल है। इन गायों की सेवा का यहां पूरा प्रबंधन किया गया है। जी-तोड़ प्रयास ये है कि गायों को वो वातावरण दिया जाए जिसमें वो खुश रहें। मसलन गायों को घूमने के लिए जंगल, पानी पीने के लिए तालाबों का इंतजाम किया गया है।
इसके साथ ही बीमार गायों के उपचार, प्रोटीन युक्त भोजन का भी इंतजाम है। वर्तमान में यहां 2500 गायों का लालन-पालन किया जा रहा है। इन गायों के आराम करने के लिए 12 टीन शेड तैयार किए गए है। चारे के भंडारण के भी पर्याप्त इंतजाम है। एक बार में 25 हजार कुंतल भूस का भंडारण करने की क्षमता है, प्रतिदिन 100 कुंतल से अधिक हरा चारा गायों को खिलाया जा रहा है। गायों की सेवा के लिए 54 गौसेवक है, जो इन गायों की सेवा में तत्पर रहते है। बिजली के संचालन के लिए यहां सौर ऊर्जा के उपक्रम संचालित है, इसके अलावा जेनरेटर की भी व्यवस्था है। बीमार गायों को लाने के लिए एक आधुनिक एंबुलेंस भी है।
रंभाती गायों का संगीत करता है आनंदित
गौशाला में प्रवेश के साथ ही गायों के रंभाने का संगीत मन-मस्तिष्क को आनंदित कर देता है। यहां हष्ट पुष्ट गायों का खुले में विचरण, बछड़ों का दुग्धपान आनंदित करने वाला है। प्रबंधन ने बताया कि जल्द ही यहां एक आधुनिक अस्पताल बनने जा रहा है। इस अस्पताल में बेसहारा, लाचार गायों का इलाज किया जाएगा। जल्द ही ये अस्पताल काम करना शुरू कर देगा।