सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट से खेल रहे है जल निगम के अधिकारी
-जवाहर बाग में 15.93 करोड़ के सौंदर्यीकरण के कार्यो में बड़ा घालमेल, मुख्यमंत्री को भेजी रिपोर्ट;
मथुरा। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्टों में अधिकारी घालमेल करने से बाज नहीं आ रहे है। ताजा उदाहरण जवाहर बाग का सौदर्यीकरण कार्य है। यहां ब्रजतीर्थ विकास परिषद के सीईओ के निरीक्षण में बड़ा खुलासा हुआ है। निर्माण कार्य की गुणवत्ता बेहद घटिया स्तर की मिली है। इस पर रिपोर्ट तैयार करके सीएम को भेजी गई है, दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही को लिखा गया है।
जवाहर बाग का सौंदर्यीकरण कार्य सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार है। यहां 15.93 करोड़ की लागत से कई कार्य होेने है। जिनमें साढ़े सात किलोमीटर लंबा पाथ वे, जाॅगिंग
ट्रैक, ओपन जिम, किड्स प्ले ग्राउंड, ओपन थियेटर बनाए जा रहे है। ये कार्य जल निगम की निर्माण एवं विकास शाखा द्वारा कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाला ब्रजतीर्थ विकास परिषद इन कार्यो की माॅनिटरिंग कर रहा है।
परिषद के सीईओ नगेंद्र प्रताप ने इंजीनियरों के साथ जब स्थलीय निरीक्षण किया तो हकीकत देख उनका माथा ठनक गया। मौके पर कार्य बंद पाया गया, इतना ही नहीं प्रवेश द्वार प्लेटफार्म के दोनों ओर निर्मित रैंप बनने के साथ ही चटक गई है। पाथ वे पर बिजली के खंबों के एलायनमेंट गड़ब़ड़ है तथा बोल्ट एक से नहीं है। फुटपाथ के पत्थर टूट गए है, बेतरतीब लगाए गए है। ज्वाइंटिंग बेहद खराब है। ग्रीन हाउस के प्रवेश द्वार का पत्थर टूट गया है, ओपन जिम में लगे उपकरण मानकों के अनुरूप नहीं है।
ब्रजतीर्थ विकास परिषद ने जलनिगम के अधिकारियों की इस घोर लापरवाही से मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए सुधार के लिए आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही है। इसके लिए एक पत्र जलनिगम के चेयरमैन गोपबंधु पटनायक को भी लिखा गया है।