महिला पार्षद ने नगर आयुक्त पर फेंकी चप्पल, इस बात से गुस्सा थी भाजपा की नेत्री
मथुरा। नगर निगम की शुक्रवार को हुई बोर्ड बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई। इतना ही नहीं वार्ड में काम न होने से गुस्साई भाजपा की महिला पार्षद ने खरी-खोटी सुनाते हुए नगर आयुक्त रविंद्र कुमार मांदड़ पर चप्पल फेंकी। उनके साथ मौजूद स्टेनो और अन्य कर्मचारियों ने बचाव किया। चप्पल स्टेनो को लगी।
दिसंबर 2019 के बाद से निगम की बोर्ड बैठक नहीं हुई थी। इसके चलते निगम का बजट पास नहीं हो पाया था। बजट पास कराने के उद्देश्य से स्थानीय होटल में शुक्रवार को बोर्ड बैठक बुलाई। शुरुआत में भाजपा पार्षद हेमंत अग्रवाल अपनी बात रख ही पाए थे कि वार्ड 24 (राधेश्याम काॅलोनी) की भाजपा की महिला पार्षद दीपिका रानी ने महापौर डा. मुकेश आर्यबंधु से कहा कि उनके वार्ड में कोई काम नहीं हुआ है। सवालों का जवाब देने से पहले इंजीनियरों को यहां बुलाया जाए। इसका महापौर ने संज्ञान नहीं लिया तो वो नगर आयुक्त रविंद्र कुमार मांदड़ की ओर मुखातिब हुईं और अपनी बात दोहराई।
नगर आयुक्त ने महिला पार्षद को बैठने के लिए कहा। इससे महिला पार्षद झल्ला गईं और उन्होंने नगर आयुक्त को बुरा-भला कहते हुए उन पर चप्पल चला दी। महिला पार्षद के इस व्यवहार का पास मौजूद स्टेनो आदि ने विरोध किया तो चप्पल स्टेनो को जा लगी। बाद में अन्य पार्षद भी महिला पार्षद के समर्थन में आ गए और जमकर हंगामा किया। लगभग सभी पार्षदों ने महापौर, नगर आयुक्त और बलदेव विधायक पूरन प्रकाश को घेर लिया। मामला बढ़ते देख नगर आयुक्त ने पुलिस को सूचित किया।
कोतवाली पुलिस सदन में पहुंच गई। महापौर पार्षदों के विरोध को शांत करने का प्रयास कर रहे थे, तभी नगर आयुक्त ने अपनी बात कहनी चाही तो पार्षदों ने उसका विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद नगर आयुक्त बैठक छोड़कर चले गए। बलदेव विधायक पूरन प्रकाश ने नगर आयुक्त के बैठक से चले जाने को गलत बताया और थोड़ी देर बाद वह भी चले गए।
नगर आयुक्त का कहना है कि पार्षद के कृत्य के खिलाफ वो कानूनी कार्रवाई करेंगे और शासन को अवगत कराएंगे। उधर, पार्षद दीपिका रानी का कहना है कि नगर आयुक्त ने उसके साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। इसके जवाब में उन्होंने ऐसा किया। महापौर डा. मुकेश आर्यबंधु ने कहा कि वो पार्षद के कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं।