गायों की रक्षा में लगी गौशाला के दुष्प्रचार के पीछे है कुंड माफिया
-सुनियोजित तरीके से सोशल साइट पर वायरल हुई वीडियो, इसके बाद शुरू हुआ गंदा खेल
मथुरा। बेसहारा गायों को बचाने के लिए योगी सरकार ने एक पहल की, मथुरा के गांव राल में देवराहा बाबा निराश्रित गौशाला के रूप में। इस गौशाला में नगर निगम द्वारा बेसहारा, बीमार, चोटिल गायों को सेवा के लिए लाया जाता है। खाने के संकट से निपटने के लिए भूसा बैंक बनवाया गया है। इसका प्रबंधन ब्रजतीर्थ विकास परिषद और श्रीकृष्ण गौशाला मिलकर करते है।
बीते दिनों गौशाला की तस्वीरों को सोशल साइट पर वायरल किया गया। तस्वीरों को देखने के बाद ब्रजवासी भावुक हो गए लेकिन इन तस्वीरों के पीछे की सच्चाई आपको चौंका देगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है बेसहारा गायों को आश्रय देना। सरकार ने गायेां के कटान पर प्रतिबंध लगा दिया है और निराश्रित गायो को उत्तर-प्रदेश से बाहर कटान के लिए भेजने पर भी रोक लगा दी है। ऐसे में सड़कों पर असहाय, मरणासन्न गायों की संख्या तेजी के साथ बढ़ी है। दूध ना देनी वाली गायों को लोग सड़कों पर खुला छोड़ रहे है, भुखमरी और बीमारी की शिकार ये गाय रोड एक्सीडेंट, बिजली का करंट, प्लास्टिक की थैली खाने और जहरीला पदार्थो से बेमौत मर रही है। श्रीदेवराहा बाबा निराश्रित गौशाला राल में ऐसी ही बेसहारा चार हजार गायों को संरक्षित करने का बड़ा काम किया जा रहा है। इन गायों के उपचार के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी नियमित गौशाला जाते है। उनके खान-पान का भी बेहतर प्रबंध है, भूसे की कमी न हो इसके लिए भूसा बैंक तैयार की गई है। हालांकि आपातकालीन चिकित्सा के क्षेत्र में अभी सुधार की आवश्यकता है।
बीमार, चोटिल गायों के लिए चिकित्सीय व्यवस्था पर्याप्त ना होने के कारण गायों की मृत्यु होना स्वाभाविक मौत ही है। इन्ही स्थितियों की तस्वीरें सोशल साइट पर वायरल की गई। इन तस्वीरों को वायरल करने वाले चाणक्य नामक कथित संगठन के संचालक आर्य अशोक शर्मा हैं जो कि अपने आपको क्रांतिकारी भी लिखते हैं। कुछ ही समय के अंतराल में लगातार 25 से अधिक फेसबुक लाइव और ढेरों पोस्ट किये गए। यहां एक बात और गौर करने लायक है कि राल गौशाला की भूमि पर कई लोगो द्वारा कब्जा किया हुआ है तथा अन्य कई कब्जे की फिराक में है। इन्ही मे से कुछ लोग गायों की दुर्दशा के पोस्ट सोशल मीडिया पर डाल कर ब्रजवासियों को भावनात्मक रूप से उकसाते है, तथा गौशाला संचालकों को ब्लैकमेल करने के लिए लगातार दबाब बना रहे है। ऐसा ही एक नाम है आर्य अशोक शर्मा ।
अशोक शर्मा की फेसबुक टाइम लाइन पर आपको जिलाधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, कई थानों के थाना इंचार्ज, नयति हाॅस्पिटल, सामाजिक संस्था कल्याणं करोति सहित और अन्य के खिलाफ अपमानजनक भाषा में ढेरों पोस्ट मिल जाएंगे। इन पोस्टो के प्रवाह और भाषा से कोई भी समझ सकता है कि आखिर ये खेल है क्या। दबाब बनाने के लिए माननीय न्यायालय में रिट दाखिल करने, विभिन्न सरकारी जाँच एजेंसियों, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित देश के केंद्रीय मंत्रियों के नाम का प्रयोग इन पोस्टों मे किया जाता है। अशोक शर्मा इन व्यक्ति या संस्थाओं के पदाधिकारियों से अपनी जान को खतरा बता कर पोस्ट डालते है। मजेदार बात ये है कि इनकी फेसबुक पर शब्दों के स्वर अचानक बदल जाते है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि इनका मकसद है सिर्फ ब्लैकमेलिंग।
आखिर रिमोट भी तो कोई चला रहा है...
ये सारा खेल कुंड माफिया के इशारे पर हो रहा है। बोरिया बिस्तर समेटने के कगार पर आया ये माफिया इस खेल में भी गच्चा खा गया। दरअसल परिस्थितियों को यथास्थिति बताकर जिस एंगल के साथ गौशाला की ये वीडियो सोशल साइट्स पर पोस्ट की गई वो संदेह तो पैदा कर रही थी लेकिन कुंड माफिया की अचानक सक्रियता ने इस संदेह को यकीन में बदल दिया। जिस तरह से सोशल साइट की लिंक और वीडियो को आरएसएस प्रमुख, पीएम, सीएम योगी सहित आला अधिकारियों व मथुरा के लोगों को व्हाट्सएप पर भेजा गया उसके बाद ब्रजवासी स्वयं इस बात को समझ गए कि आखिर ये सब कुछ एक षडयंत्र के तहत किया गया है।