कल्याणं करोति में नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर सम्पन्न
मथुरा। मानव को जीवन में हमेशा समय का महत्व समझना चाहिए। भविष्य की चिंता करने वाले अपना वर्तमान खराब करते हैं। केवल पाप और पुण्य ही साथ जाएगा। सत्ता, वैभव और धन स्थाई नहीं होते। मन की शांति ही जीवन का सबसे बड़ा सुख है। उक्त विचार संत राजा बाबा ने स्व. श्रीमती सुमन मित्तल की पुण्य स्मृति में सेठ कन्हैयालाल धार्मिक ट्रस्ट के सौजन्य से कल्याणं करोति द्वारा आयोजित नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर के समापन समारोह के अवसर पर श्रीजी बाबा नेत्र चिकित्सा संस्थान, गोवर्धन रोड के प्रांगण में व्यक्त किये।
इस अवसर पर उमाकान्त अग्रवाल ने कहा कि मन बड़ा चंचल है जो मनुष्य को भटकाता है। इसे भक्ति के माध्यम से नियंत्रण में रखा जा सकता है। धनेश मित्तल ने कहा कि सेवा का जो यह पुण्य कार्य है, वह बड़े भाग्य से मिलता है। कल्याणं करोति द्वारा जो बुजुर्गों को नई रोशनी देने का पुनीत कार्य किया जा रही है। यह बड़ा ही अतुलनीय कार्य है।
जगदीश चावला ने कहा कि माया के कारण मनुष्य के जीवन में अशांति फैली हुई है। भौतिक सुख सुविधाओं के तमाम साधन होने के बावजूद उसके जीवन में सुख का अभाव है। यदि हमें सुख की प्राप्ति चाहिए तो हमें प्रभु की भक्ति में भी समय लगाना होगा। संस्था के महासचिव सुनील कुमार शर्मा ने कहा कि स्व. श्रीमती सुमन मित्तल की पुण्य स्मृति में सेठ कन्हैयालाल धार्मिक ट्रस्ट के सौजन्य से कल्याणं करोति द्वारा आयोजित नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर में दूर दराज के अंचलों से आये 183 नेत्र रोगियों ने पंजीकरण कराकर परीक्षण कराया जिसमें से 53 नेत्र रोगियों के ऑपरेशन सम्पन्न किये गये। इस अवसर पर राजेश मित्तल, सन्देश मित्तल, सुरेश चौधरी, बांके लाल अग्रवाल, प्रवीन भारद्वाज, राजेश दीक्षित आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।