मथुरा। चैत्र मास के प्रारंभ होने के साथ ही सूरज के तेवर कड़े दिखाई देने लगे हैं। दिन निकलते ही सूर्य देव अपने पूरे शबाव में प्रकट होते हैं। जैसे जैसे दिन आगे बढ़ता जाता है वैसे वैसे धूप में खड़ा होना मुश्किल हो रहा है। लोगों में चर्चा है अभी मार्च में सूर्य के ये तेवर हैं तो मई जून में क्या हाल होंगे।
सड़क पर पैदल चलने वाले लोग पसीने से तरबतर हो रहे हैं। दुपहिया वाहन चालक गर्म हवा से बचने के लिए मुंह पर कपड़ा बांधकर चलने को मजबूर हैं। सबसे ज्यादा परेशानी आधी बांह की शर्ट और टीशर्ट पहनकर चलने वालों को हो रही है। भले ही इन्हें गर्मी से कुछ राहत मिल रही हो, मगर नंगी बाजू धूप से झुलस रही हैं। आलम यह है कि लोगों को एसी चलाने पड़ रहे हैं।
अधिकतम तापमान 37 डिग्री व न्यूनतम 20 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। सूरज ढलने के बाद जरूर गर्मी से कुछ राहत महसूस की गई। पारा बढ़ने के साथ ही बाजार में शीतल पेय की मांग बढ़ गई। लोग गर्मी से राहत के लिए जूस, कोल्डड्रिंक, लस्सी और नारियल पानी पी रहे हैं। इसके चलते बाजारों में शीतल पेय की दुकानें और ढकेल सज गई हैं। बढ़ते तापमान के चलते शरीर में पानी की कमी के कारण लू का खतरा मंडराने लगता है। गर्मी लोगों को परेशान कर रही है और ऐसे में अधिक सावधान रहने की जरूरत हैै।
यह रखें सावधानियां
गर्मी के मौसम में घर से पानी पीकर निकले। अपने साथ पानी की बोतल हमेशा रखें। जितना हो सके शरीर को ढक कर या छाता लेकर निकलें, ताकि शरीर में नमी की कमी न हो। चक्कर महसूस होने पर ओआरएस का पानी पिएं। प्यास लगने पर कहीं भी पानी पीने से बचें। जहां तक संभव हो अपने रक्तचाप पर नजर रखें। ठंडे पानी से नहाएं। अत्यधिक ठंडा पानी पीने से बचें।
खाने में तेल व मसाले का कम से कम प्रयोग करें। बाहर का खाना खाने से परहेज करें। अधिक मात्रा में पानी, सलाद, फल, दही, लस्सी, छाछ, नींबू पानी, नारियल पानी, फ्लेवर्ड मिल्क आदि का सेवन करें, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।