कॉरिडोर के विरोध में ब्रज में चला जनसंपर्क अभियान, लोगों ने कहा - ये पर्यटन की नहीं भक्ति की जगह
सभी को समझाया जा रहा है की सभी लोग साथ देंगे तभी हम वृंदावन को बचा पायेंगे
मथुरा। कॉरिडोर का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज लगातार बीसवे दिन भी बृजवासियों का प्रस्तावित बाँके बिहारी कॉरिडोर के ख़िलाफ़ प्रदर्शन जारी रहा। सभी बृजवासियों पहले तो जुगल घाट पर एकत्रित हुए और शासन प्रसाशन के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। बृजवासियों का कहना है की वृंदावन घूमने फिरने की जगह नही है ये तो भक्ति का स्थान है भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का जगह जगह वर्णन है। अनेकों संतों ने अपने अपने पदों में वृंदावन की महिमा का बहुत ही बारीकी से वर्णन किया है। इस वृंदावन को समझने की ज़रूरत है ना कि पर्यटक स्थल बनाने की।
सभी बृजवसियों द्वारा जुगल घाट ,जंगलकट्टी,परिक्रमा मार्ग, वीआईपी रोड ,मदन मोहन घेरा ,आदि इलाको में घर घर जाकर लोगो से संपर्क कर आंदोलन से जुड़ने का आवाहन किया जा रहा है । सभी को समझाया जा रहा है की सभी लोग साथ देंगे तभी हम वृंदावन को बचा पायेंगे और वृंदावन के प्राचीन स्वरूप को एवं पौराणिक इतिहास को सहेज पायेंगे।
हमारे बृज के कथा वाचक संजीव कृष्ण ठाकुर द्वारा अपनी कथा के माध्यम से हम बृजवासियों की बातों लाखों लोगो तक वृंदावन की महिमा एवं उसकी विशेषता का वर्णन किया गया साथ ही उन्होंने व्यास पीठ के माध्यम से सरकार से भी निवेदन किया की बृज धाम घूमने फिरने की जगह नहीं है ये तो भक्ति की जगह है यहाँ लोग भगवान की भक्ति में लीं होने आते है तो इसके अस्तित्व को कॉरिडोर बनांकर सरकार नष्ट ना करे केवल व्यवस्थाओं में सुधार कर हम बृजवासियों की भावना को समझे और कॉरिडोर रूपी इस विनास लीला को समाप्त करे।
कॉरिडोर रुपी विनाश लीला -
बृजवासियों ने बताया की ये आंदोलन इसी तरह लगातार जारी रहेगा अभी बिहारी क्षेत्र में जनसंपर्क किया जा रहा है। धीरे धीरे पूरे वृंदावन में जन संपर्क कर समूचे वृंदावन के बृजवासियों को इस आंदोलन से जोड़ा जाएगा। उसके बाद पूरे बृजक्षेत्र से लोगो को जोड़कर एक विशाल आंदोलन बृज को बचाने के लिए खड़ा किया जाएगा। हमारे बृज के कथा वाचक संजीव कृष्ण ठाकुर जी द्वारा अपनी कथा के माध्यम से हम बृजवासियों की बातों लाखों लोगो तक वृंदावन की महिमा एवं उसकी विशेषता का वर्णन किया गया साथ ही उन्होंने व्यास पीठ के माध्यम से सरकार से भी निवेदन किया की बृज धाम घूमने फिरने की जगह नहीं है ये तो भक्ति की जगह है यहाँ लोग भगवान की भक्ति में लीन होने आते है तो इसके अस्तित्व को कॉरिडोर बनांकर सरकार नष्ट ना करे। केवल व्यवस्थाओं में सुधार कर हम बृजवासियों की भावना को समझे और कॉरिडोर रूपी इस विनाश लीला को समाप्त करे।
ये रहे उपस्थित -
आज मुख्य रूप से कार्यक्रम में मुख्य रूप से राहुल खंडेलवाल, सेप्रिंस खंडेलवाल , अमित गौतम , बबलू चाचा, केशव चौहान अनिल गौतम ,अशोक शर्मा ,कुंज बिहारी पाठक ,आशीष वशिष्ठ , दिनेश अग्रवाल , हिमांशु गोस्वामी , अतुल,आकाश, दिनेश, नीरज़, अजय, दीपक पाराशर , सुमित मिश्रा सुमित,सारस्वत,विशाल सारस्वत , पुरसोत्तम शर्मा, मुन्ना टनाटन, राजू शर्मा, सूरज गोस्वामी , मदन मोहन शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे