मथुरा में खतरे के निशान से 1.10 मीटर ऊपर बह रही है यमुना

घाट, किनारे,सड़क यमुना में डूबे, दुकानों में घुसने को है पानी, हड़कंप

Update: 2023-07-17 21:39 GMT

मथुरा/वृंदावन। भले ही यमुनाजी का जल स्तर सोमवार की सुबह से शाम तक स्थिर हो गया है। फिर भी यमुना का मथुरा के प्रयाग घाट पर जलस्तर 167.30 मीटर है। जो खतरे के निशान से 1.10 मीटर ऊपर बह रहा है। जिससे जिला प्रशासन के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार शाम चार बजे तक ताजेवाला बांध से कल की तुलना में आज आधा पानी डिस्चार्ज किया गया। यहां से 37 हजार 424 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जबकि ओखला बांध से 99 हजार 188 क्यूसेक, हिंडन बांध से 27 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जबकि मथुरा के गोकुल बैराज से आगरा की तरफ 1 लाख 48 हजार 804 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। मथुरा के प्रयाग घाट पर यमुना का जल स्तर सुबह आठ बजे 167.30 सेमी दर्ज किया गया। उसके बाद शाम चार बजे इससे ज्यादा जल स्तर नहीं बढा। कंट्रोल रूम प्रभारी ने बताया कि दिल्ली की तरफ से पानी कम छोड़े जाने के कारण मंगलवार को यमुना में पानी घट सकता है।

बाढ़ का कहर जारी, हादसे व लोगों की परेशानी बढ़ी

वृंदावन धर्म नगरी में बाढ़ का कहर लगातार जारी है। सोमवार को दो युवक बाढ़ के पानी में डूब गए, जिसमें एक युवक की मौत हो गई। वहीं यमुना का पानी कात्यायनी मंदिर परिसर में पहुंचने के साथ ही शहरी इलाकों में भी बढ़ता जा रहा है।

यमुना के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से बाढ़ का पानी खादर में बसी कालोनियों को जलमग्न करने के बाद अब शहरी क्षेत्रों में बढ़ता जा रहा है। बाढ़ के कारण अब हालात इतने बद से बदतर होते जा रहे हैं कि बाढ़ग्रस्त इलाकों समेत आसपास के क्षेत्रों में भी पेयजल एवं बिजली का संकट गहराने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही नाले-नालियों का पानी अब आगे बढ़ने के बजाय पीछे लौटने के कारण ठा. बांकेबिहारी मंदिर एवं ठा. राधाबल्लभ मंदिर के निकट गलियों में गंदा पानी ताल-तलैया का रूप लेता जा रहा है। वहीं अपने प्राचीन घाटों और स्थानों पर अब एक बार फिर से पहुंच रहीं यमुना महारानी रविवार रात्रि को राधानिवास स्थित सिद्धपीठ कात्यायनी मंदिर परिसर में भी पहुंच गईं। सोमवार सुबह दर्शन के लिए पहुंचे भक्तों ने जब मंदिर प्रांगण में कलकल बहती यमुनाजी को देखा तो उनको परेशानी के साथ खुशी भी हो रही थी और वे यमुना के पानी से होकर ही आवागमन कर रहे थे। साथ ही मंदिर के पुजारी एवं भक्तों ने पूर्ण आस्था के साथ यमुना महारानी का दुग्धाभिषेक व आरती कर उनका स्वागत किया।

बाढ़ के पानी में डूबने से एक युवक की मौत

बाढ़ के कहर से अब हादसों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। सोमवार को चामुंडा घाट के समीप बाढ़ के पानी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। वहीं उसके साथी युवक को पानी से बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया है। जानकारी के अनुसार श्याम नगर कालोनी निवासी दुर्गेश (19) अपने दोस्त ग्राम राजपुर निवासी मनोज (18) एवं दो अन्य युवकों के साथ बाढ़ के पानी में घिरे अपने मकान को देखने के लिए जा रहा था, तभी दुर्गेश अचानक गहरे पानी में डूबने लगा। उसको डूबता देख मनोज उसे बचाने गया तो वह भी डूबने लगा। वहीं साथी युवकों ने काफी मशक्कत के बाद उन दोनों को पानी से बाहर निकाला और लोगों की मदद से उन्हें जिला संयुक्त चिकित्सालय ले गए। जहां चिकित्सकों ने मनोज को मृत घोषित कर दिया। वहीं दुर्गेश का इलाज चल रहा है और चिकित्सकों के अनुसार उसकी हालत अब खतरे से बाहर है। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

नायब तहसीलदार ने रेस्क्यू कर महिला व बच्चों की बचाई जान

पानीगांव पुल के निकट गोपाल गौशाला में दो महिलाओं दीपिका और मोनिका के साथ उनके दो बच्चों के बाढ़ के पानी में फंसे होने की सूचना से प्रशासन में हड़कंप मच गया। नायब तहसीलदार रेखा शर्मा ने टीम के साथ दोनों महिलाओं को बच्चों के साथ रेस्क्यू करके राहत शिविर में पहुंचाया। नायब तहसीलदार ने बताया कि प्रशासन द्वारा बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

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