केंद्रीय खेल मंत्री ने पैरालंपिक खिलाड़ियों को किया सम्मानित, बांटे पुरस्कार
मेरठ। कृषि विवि में आयोजित सम्मान समरोह में देश भर के दिव्यांग खिलाडियों को सम्मानित किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाडियों को 32 करोड 50 लाख रुपए पुरस्कार के रूप में दिए। इससे पहले खिलाडियों का भव्य स्वागत किया गया।
खेल सम्मान समारोह में टोक्यो पैरा ओलंपिक में पदक जीतने वाले 17 खिलाडियों को पुरस्कृत किया गया। मुख्यमंत्री और केंद्रीय खेल मंत्री ने रजत जीतने वाले उत्तर प्रदेश के खिलाडी प्रवीण कुमार और सुहास एलवाई को चार करोड, हरियाणा के स्वर्ण विजेता सुमित अंतिल, मनीष नरवाल को दो-दो करोड, हरियाणा के रजत विजेता योगेश कठुनिया को डेढ करोड रुपए, कांस्य विजेता हरविंदर सिंह को एक करोड, राजस्थान के स्वर्ण विजेता अवनी लेखरा और कृष्णा नागर को दो करोड, रजत विजेता देवेंद्र झाझरिया को डेढ करोड, कांस्य विजेता सुंदर सिंह गुर्जर को एक करोड रुपए दिए गए। ओडिया के स्वर्ण विजेता प्रमोद भगत को दो करोड, गुजरात की रजत विजेता भाविना पटेल को डेढ करोड रुपए, हिमाचल प्रदेश के रजत विजेता निषाद कुमार को डेढ करोड रुपए, तमिलनाडु के रजत विजेता मरियप्पन थंगावेलु को डेढ करोड रुपए दिए गए। बिहार के कांस्य विजेता शरद कुमार और उतराखंड के कांस्य विजेता मनोज सरकार को एक-एक करोड रुपए दिए जाएंगे। पैरा ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले उत्तर प्रदेश के खिलाडी वरुण सिंह भाटी, अजीत सिंह, दीपेंद्र सिंह, आकाश, विवेक चिकारा और ज्योति को 25-25 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई। सभी कोच को भी दस-दस लाख रूपए देने की मुख्यमंत्री ने घोषणा की।
मेरठ ने जीत लिया खिलाडियों का दिल -
खेलनगरी मेरठ में पहुंचे खिलाडियों का भव्य स्वागत किया गया। जगह-जगह खिलाडियों के फोटो वाले होर्डिंग्स लगाए गए। चौराहों पर स्वागत द्वार बनाए गए। जब खिलाडी इन द्वारों से होकर गुजरे तो वाह-वाह कर उठे।
गौतमबुद्धनगर के डीएम को पांच वेतन वृद्धि -
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से पैरा ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को पांच वेतनवृद्धि देने की घोषणा की। इससे पहले प्रदेश के खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी ने कहा कि 73 सालों से दिव्यांग खिलाडियों की मांगें लंबित थी। भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरा किया है। उन्हें भी अन्य खिलाडियों की तरह सममान मिलेगा। कोई भी खिलाड़ी अपने लिए नहीं खेलता, बल्कि प्रदेश और देश के लिए खेलता है। प्रदेश सरकार खिलाडियों को सुविधा देने में लगी हुई है