बलिया: स्वास्थ्य विभाग में बड़ा खेल, जांच का आदेश
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 50 लाख रुपये की धनराशि स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के व्यक्तिगत बैंक खाते में भेजे जाने का मामला तूल पकड़ लिया है।
बलिया: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 50 लाख रुपये की धनराशि स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के व्यक्तिगत बैंक खाते में भेजे जाने का मामला तूल पकड़ लिया है। जिलाधिकारी ने जांच का आदेश दिया है। इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
जिलाधिकारी अदिति सिंह ने रविवार को बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के बैंक खाते से 50 लाख रुपए की धनराशि नेट बैंकिंग से हस्तांतरित नहीं हो पाने का हवाला देकर जिला लेखा प्रबंधक विनोद कुमार के व्यक्तिगत बैंक खाते में इस रकम को जमा किए जाने का मामला सामने आया है।
मुख्य विकास अधिकारी को प्रकरण की जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा ने बताया कि उन्होंने जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति से शीघ्र जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
इस बीच, एनएचएम के जिला परियोजना प्रबन्धक डॉक्टर आरबी यादव ने बताया कि नेट बैंकिंग में दिक्कत की वजह से जिला लेखा प्रबंधक विनोद कुमार के व्यक्तिगत बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर किया गया। उन्होंने बताया कि 294 कर्मचारियों की सामान्य भविष्य निधि में गत् 8 अप्रैल को यह धनराशि जमा हो गयी है। इसमें कोई अनियमितता या घोटाला नहीं हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, जिले के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार तिवारी ने गत 30 मार्च को भारतीय स्टेट बैंक की तिखमपुर स्थित शाखा के प्रबंधक को पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई, एनएचएम के खाते से कर्मचारियों की भविष्य निधि के 50 लाख रुपये नेट बैंकिंग से अंतरित नहीं होने का हवाला देकर जिला लेखा प्रबंधक विनोद कुमार के खाते में राशि भेजने का अनुरोध किया था।
वर्जन
मामला संज्ञान में है। नेट बैंकिग में दिक्कत की वजह से जिला लेखा प्रबंधक के व्यक्तिगत बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर किया गया। 435 संविदा कर्मचारियों के सामान्य भविष्य निधि में आठ अप्रैल को यह धनराशि जमा कर दी गई है। यह कोई घोटाला नहीं है। खाते में यह पैसा मात्र दस दिन रहा है।-डा. राजेंद्र प्रसाद, सीएमओ