बांदा। मध्यप्रदेश में हो रही लगातार तेज बारिश से बारियारपुर बांध के फ ाटक खुले हैं, जिसकी वजह से केन नदी का जल स्तर बढ़ गया है। शनिवार को केन नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर चुका था, जिसकी वजह से आस पास के बने गांवों में प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। बाढ़ चौकियों को भी सतर्क रहने के लिए भी कहा है। केन का जल स्तर 104 मीटर को पारकर 104.53 पहुंच गया। रविवार को भी इसमें कमी नहीं आयी है। भूरागढ़ में अपरान्ह 3 बजे तक 104.87 मीटर की गति से केन नदी का जलस्तर बह रहा है बताया गया कि 1 घंटे में पॉइंट 10 मीटर केन नदी बढ़ रही है।
मध्यप्रदेश की बारिश से गंगऊ और बरियारपुर बांध उफना गए हैं। दोनों बांध केन नदी में ही मध्य प्रदेश के छतरपुर व पन्ना जनपदों में बने हैं। शुक्रवार की शाम गंगऊ से 3 लाख 7 हजार 478 और बरियारपुर बांध से 3 लाख 24 हजार 64 क्यूसेक पानी नदी में गिर रहा है। चित्रकूट मंडल में सर्वाधिक 574 मिमी वर्षा बांदा में दर्ज की गई है। महोबा में 403 मिमी, चित्रकूट में 211 और हमीरपुर में 425 मिमी वर्षा हो चुकी है। विभाग के अवर अभियंता वेद प्रकाश गोड़ के मुताबिक बांधों के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। केन नदी का जल स्तर हर घंटे लगभग 10 बउ बढ़ रहा है, जिसकी वजह से आस पास के बने गांव भी पानी की चपेट में आ सकते हैं। इसके लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है, वहीं अभी बाढ़ संबंधित द्वारा 41 चौकिया बनाई गई हैं। पैलानी तहसील के खजुरी तारा,अदरी, गड़रिया,गौरी अमारा, पैलानी डेरा, सिंधन कला आदि गांवों में मंडराया बाढ़ का संकट बढ़ गया है।
अतर्रा कस्बे में जलभराव से हालत खस्ता
बांदा। भारी बारिश से अतर्रा कस्बे के अधिकांश मोहल्लों में जलभराव हो जाने से लोगों को आवागमन में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। कस्बे के चूड़ी वाली गली में कमर तक पानी भर जाने से बारिश का पानी दुकानों में भर गया, जिससे छोटे तमाम कारोबारियों का नुकसान हो गया। दूसरे मोहल्लों में भी बारिश के कारण गली-कूचों में पानी भर गया। निचले स्तर पर बसे तमाम घरों में भी जलभराव की खबर है। मुख्य मार्गों में नालियां उफन जाने से जलभराव रहा। ऐसे ही क्षेत्र के बरछा स्थित प्राथमिक विद्यालय में जलभराव की खबर पाकर एसडीएम नमन मेहता ने तत्काल मौके पर पहुंच कर जायजा लिया और पंपिंग सेट लगवाकर पानी बाहर निकलवाया। तब जाकर स्कूल में मौजूद शिक्षक और बच्चे सकुशल बाहर निकल पाए।
कई संपर्क मार्ग बंद, अब नाव का सहारा
बांदा। पैलानी तहसील क्षेत्र में केन नदी व चंद्रावल नदी के पानी ने बढ़ोत्तरी की। इससे तहसील क्षेत्र अंतर्गत सिधनकला के मजरा तगड़ा डेरा, बिलहटीडेरा, हरबंसपुरवा, गुरगवां, पडोहरा, नांदादेव के मजरा शंकरपुरवा के तटवर्ती क्षेत्रों पर बाढ़ का खतरा है।बाढ़ के पानी से पैलानी तहसील क्षेत्र अंतर्गत गौरीकला-अमारा संपर्क मार्ग, पैलानी डेरा सिंधन कला मार्ग स्थित तुर्रीनाला, भाथा पडोहरा संपर्क मार्ग बंद हो जाने से ग्रामीणों को अब नाव का सहारा ही बचा है। नाविकों को बाढ़ से बचाव को लेकर तहसील प्रशासन ने राहत सामग्री बांटी है। एसडीएम ने बताया कि 19 नाविकों को लाइफ जैकेट, रस्सा टॉर्च ,लाइफ बॉयज ट्यूब, रस्सा, पतवार के अलावा एक लकड़ी का बास नाविकों को दिए गए हैं। एसडीएम पैलानी शशिभूषण मिश्र ने बताया कि दोपहर तक केन नदी 96.3 मीटर व यमुना नदी 93 दशमलव 11 मीटर की गति से बढ़ रही है। सीओ सदर अंबुजा त्रिवेदी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से निपटने के लिए थाना चिल्ला थाना जसपुरा और थाना पैलानी के थाना प्रभारियों को नाव के संचालन के समय पुलिस पिकेट ड्यूटी लगाकर नाव में आवागमन करने वाले लोगों के नाम पता और मोबाइल नंबर के साथ साथ मानक के अनुरूप ही नाव में बैठाए जाने को लेकर निर्देशित किया है। सभी थाना प्रभारियों से कहा है कि नाव में किसी भी प्रकार की कोई बाइके नहीं रखी जाएंगी