350वें प्रकाशोत्सव पर आये पीएम मोदी से नीतीश की बढ़ी नजदीकियां, लालू व तेजस्वी पड़े अलग-थलग
पटना। गुरू गोविंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव में पटना पहुंचे पीएम मोदी, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में कई राजनीतिक संकेत दे दिए। प्रकाश सिंह बादल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रकाशोत्सव की सुन्दर व्यवस्था के लिए भूरी-भूरी प्रशंसा की। उपरोक्त जानकारी कार्यक्रम के वीआईपी दीर्घा में बैठे भाजपा से राज्यसभा सांसद आर.के. सिन्हा ने दी। भाजपा सांसद सिन्हा ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार की धरती पर तहे दिल से स्वागत किया है| नीतीश कुमार ने मंच पर लालू के बेटे और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को कोई स्थान नहीं दिया| स्थान न मिलने से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद यादव के साथ मंच से 100 मीटर की दूरी पर दरी पर ही भाषण सुनते रहे।
मुख्यमंत्री ने व्यवस्था को ठीक-ठाक करने के लिए पर्यटन व संस्कृति विभाग के सचिव, पुलिस महानिदेशक, पूर्व मुख्य सचिव और पूर्व पुलिस महानिदेशक , जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक सहित सबों की प्रशंसा की। लालू तथा लालू के दोनों बेटे (तेजस्वी-तेजप्रताप) का नाम तक भाषणों में नहीं लिया। पीएम मोदी जब मंच पर आए तो उन्होंने अपने भाषण की शुरूआत पंजाबी भाषा में की। अपने भाषण में मोदी ने गुरू गोबिंद सिंह के जीवन चरित्र उत्कृष्ट कार्य, त्याग और बलिदान की प्रशंसा की। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सीएम नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार पिछले एक वर्षों से लगातार दिन-रात एक करके व्यक्तिगत निगरानी में सारी व्यवस्था नहीं संभालते तो यह आयोजन इतना सफल नहीं होता।
पीएम मोदी ने अपने अंदाज में मास्टर स्ट्रोक ठोकते हुए नीतीश कुमार की शराबबंदी की खुलकर प्रशंसा की। जब पीएम मोदी नीतीश की प्रशंसा कर रहे थे, तब वीआईपी दीर्घा में बैठे लालू के बेटे असहज नजर आ रहे थे। इस स्थिति को भांपकर वहां पर मौजूद मीडिया ने चारों तरफ से अपना फ्लैश लालू और उनके बेटों की ओर केन्द्रित कर दिया था। गुरूवार को पीएम मोदी और नीतीश कुमार के एक मंच पर एक-दूसरे की प्रशंसा करने पर राजनीतिक-रणनीतिकार और विश्लेषक यह कह रहे हैं कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के बीच अच्छे दिन की शुरूआत होने वाली है।