एक विज्ञापन से उत्तर प्रदेश सरकार की किरकिरी हुई है। कोलकाता के फ्लाई ओवर को यूपी के विज्ञापन में दिखाया गया। जबकि विगत चार वर्षों में उत्तर प्रदेश के विकास की बेशुमार तस्वीरें हैं। इनके आधार पर अनगिनत विज्ञापन बनाये जा सकते हैं। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल एक पिछड़ा राज्य है। यहां पहले कम्युनिस्ट व इस समय तृणमूल कॉंग्रेस के शासन में विकास का मुद्दा कभी नहीं रहा। यहां उद्योगपतियों की निवेश में कोई रुचि नहीं रही है। पश्चिम बंगाल के चुनाव में समीकरण के आधार पर ही सफलता मिलती है। पिछले विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल के पास विकास पर बोलने के लिए कुछ भी नहीं था। ऐसे में कोलकोता के फ्लाई ओवर की फोटो प्रदर्शित करना हास्यास्पद होने के साथ ही लापरवाही का उदाहरण है। इसके लिए न तो मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं, न यह कहा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश को किसी अन्य प्रदेश से विकास की फोटो उधार लेने की जरूरत थी। यह अक्षम्य गलती सूचना विभाग के किसी अधिकारी कर्मचारी की हो सकती है। इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए।
जहां तक फ्लाई ओवर निर्माण की बात है, विगत चार वर्षों में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। आश्चर्य है कि राजधानी लखनऊ में ही विगत दिनों जिन फ्लाईओवर का लोकार्पण हुआ, उनको विज्ञापन में दिखाने की जगह संबंधित अधिकारी व कर्मचारी कोलकोता क्यों पहुंच गए। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी में योगी आदित्यनाथ की जमकर प्रशंसा की थी। उनका कहना था कि योगी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए बहुत समय लग जायेगा। यह भी दुविधा रहती है कि किस उपलब्धि की चर्चा करें और किसको छोड़ दें। नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ में भी योगी आदित्यनाथ द्वारा किये गए बुनियादी बदलावों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष पहले के उत्तर प्रदेश में माफियाओं के इशारे पर व्यवस्था संचालित होती थी। गरीबों के लिए संचालित केंद्र की योजनाओं में अड़ंगेबाजी की जाती थी। आज उत्तर प्रदेश बदल गया है। माफिया सलाखों के पीछे हैं। विकास परक योजनाएं तेजी से पूर्ण हो रही हैं। पहले उत्तर प्रदेश केंद्र की योजनाओं के प्रदर्शन के मामले में निचले पायदान पर रहता था। आज ज्यादातर योजनाओं में अग्रणी राज्य के रूप में है।
युद्धपोत और मिसाइल से लेकर अन्य उपकरण बनाने का अभियान चल रहा है। उत्तर प्रदेश डिफेंस के मनुफैक्चरिंग के मामले में बहुत आगे जा रहा है। अलीगढ़ नोड में छोटे हथियार,डिफेंस पैकेजिंग बन सके इसके लिए नए उद्योग स्थापित हो रहे हैं। यह इस क्षेत्र को नई पहचान देगा। उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर बहुत बड़ा अवसर लेकर आ रहा है। यह तब होता है जब निवेश के लिए माहौल मिलता है। योगी और उनकी टीम ने सबका साथ सबका विश्वास और सबका साथ के आधार पर काम किया है। अब इसे सबके प्रयास से और आगे बढ़ाना है।
जेवर एयरपोर्ट, मेट्रो आधुनिक हाई वे जैसे अनेक काम पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं। आने वाले समय मे यह प्रोजेक्ट विकास का बहुत बड़ा आधार बनेंगे। जिस उत्तर प्रदेश को पहले देश के विकास की गति को धीमा करने के लिए जाना जाता था। आज यूपी विभिन्न क्षेत्र में नंबर एक हो गया है। पांच वर्ष पहले गरीबों की हर योजना को लागू करने के लिए रोड़े लगाए जाते थे। आज योगी की सरकार में उत्तर प्रदेश तेजी से बढ़ रहा है। लोग भूल नहीं सकते जब यूपी को भ्रष्टाचार के हवाले छोड़ दिया गया था। एक वक्त था जब गुंडों माफियाओं की हनक चलती थी। उनके इशारे पर पूरा तंत्र चलता था। पांच साल पहले पश्चिम यूपी में बहन बेटियों को घर से बाहर जाने में डर लगता था। जबतक बेटियां वापस न आ जाएं परिजन डरे सहमे रहते थे। लोगों को अपना घर छोड़ने पर भी मजबूर होना पड़ता था। आज यूपी में कोई अपराधी ऐसा करने पहले सौ बार सोचता है।
योगी की सरकार में गरीबों की सुनवाई और सम्मान भी है। उत्तर प्रदेश में आठ करोड़ से अधिक वैक्सीन लगाया जा चुका है। देश में एक दिन में सबसे अधिक टीका लगाने का रिकार्ड भी उत्तर प्रदेश के ही नाम है। जो दुनिया के बड़े-बड़े देश नहीं कर पाए। वह आज हमारा देश कर रहा है। उत्तर प्रदेश कर रहा है। उत्तर प्रदेश में एमएसपी पर खरीद के नए रिकार्ड बने हैं। गन्ना किसानों का एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान बीते चार साल में किया गया। नरेंद्र मोदी ने अमृत महोत्सव का भी उल्लेख किया। इससे संबंधित आयोजन भी योगी आदित्यनाथ सराहनीय रूप कर रहे है। आजादी की लड़ाई में ऐसे कितने ही महान सपूतों ने अपना सबकुछ खपा दिया। हमारी पीढ़ियां उनके बारे में जानने से वंचित रह गईं। आज उन गलतियों को भारत सुधार रहा है। राजा सुहेलदेव हों या फिर राज महेंद्र प्रताप सिंह हों। भारत माता के ऐसे सपूतों को नई पीढ़ी से पहचान कराने का कार्य हो रहा है। आज देश आजादी के पचहत्तर वर्ष पूर्ण होने का महोत्सव मना रहा है। इस समय इसे और मजबूती से किया जा रहा है। जो युवा बड़े लक्ष्य हासिल करना चाहता है तो उसे राजा महेंद्र प्रताप के बारे में पढ़ना चाहिए। जानना चाहिए। वह भारत की आजादी चाहते थे। अपने जीवन का एक एक पल इसी के लिए समर्पित कर दिया। वह भारत की आजादी के लिए अफगानिस्तान, पोलैंड,दक्षिण अफ्रीका समेत दुनिया के कोने- कोने में गए। वह जीवन भर काम करते रहे। आज के युवाओं से कहूंगा कि जब भी उन्हें कोई लक्ष्य कठिन लगे तो राजा महेंद्र प्रताप सिंह को जरूर याद करें। उनका जीवन हम सबको आज भी प्रेरणा देता है।
तीन वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया था। अब तक उत्तर प्रदेश में तीन लाख करोड़ का निवेश हो चुका है। रक्षा उत्पादन में बहुत प्रगति हुई है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री ने अन्न योजना की शुरूआत की गई। प्रदेश में आठ राज्य विश्वविद्यालय बन रहे हैं। मेरठ में पहला स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय बना है। तीन दिन पहले प्रयागराज में भी एक बना है। राज्य में नई शिक्षा नीति को यहां पूरी तरह स्वीकार किया गया है। यहां गांव के लिए, गरीब के लिए,किसान के लिए काम हो रहा है। कोरोना काल में भी चीनी मिलों को अनवरत चलाया गया। खेत में दोगुना आमदनी करने के लिए कार्य किया है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था पहले छठवें स्थान पर थी आज दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरी है। निवेश का बेहतर वातावरण वर्तमान सरकार ने तैयार किया है। पहले उत्तर प्रदेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में देश में चौदहवें स्थान पर था,आज सरकार की नीतियों से दूसरे स्थान पर आ गया है। चार वर्ष पहले उत्तर प्रदेश का केन्द्र की किसी योजना में स्थान नहीं होता था। आज केन्द्र सरकार की बयालीस योजनाओं में प्रदेश प्रथम स्थान पर है। यह प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण योजना के अंतर्गत सर्वाधिक आवास बनाये गए। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत प्रदेश में दो करोड़ इकसठ लाख शौचालय बनवाये गये हैं। इसी तरह उज्ज्वला, सौभाग्य,उजाला,पीएम किसान सम्मान निधि में भी उत्तर प्रदेश ने बेहतर कार्य किया है। उद्योग व कनेक्टिविटी का विस्तार हो रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र का तेजी से विकास हो रहा है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए लाभप्रद है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बुन्देलखण्ड तथा विन्ध्य क्षेत्र में हर घर नल योजना प्रारम्भ की गयी है। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के अन्तर्गत दो लाख से अधिक भूस्वामियों को घरौनी कागजात उपलब्ध कराये गये हैं।
योगी आदित्यनाथ द्वारा केन्द्र सरकार के कार्यक्रमों, नीतियों एवं वित्तीय प्रावधानों को राज्य में तेजी से क्रियान्वित किया जाता है। एक्सप्रेस-वे के किनारों पर औद्योगिक क्लस्टर विकसित किए जाने की परियोजना सराहनीय है। इस तरह की परियोजनाओं के विकास के लिए राजनीतिक नेतृत्व की प्रतिबद्धता जरूरी होती है।
(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं।)