रिजल्ट से पहले ही तेजस्वी यादव को बताया मुख्यमंत्री, बिहार में राजद कार्यकर्ताओं ने लगाए पोस्टर्स
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों के परिणामों के रुझान 10 नवंबर की सुबह नौ बजे से आने लगेंगे। लेकिन राष्ट्रीय जनता दल के समर्थकों का आत्मविश्वास अभी से देखते बनता है। दरअसल राजद नेता तेजस्वी यादव का आज जन्मदिन है और इस अवसर पर उनके समर्थक उन्हें बिहार को होने वाले मुख्यमंत्री कहकर बधाई दे रहे हैं। पटना की सड़कों पर कुछ इसी तरह के पोस्टर लगे हुए हैं जिनपर लिखा है- बिहार के होने वाले युवा मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तो उनके जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। इन पोस्टरों में राबड़ी देवी और लालू यादव की तस्वीर भी है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी एग्जिट पोल के आंकड़े अगर नतीजों में तब्दील होते हैं तो तेजस्वी को बर्थडे का यादगार, शानदार और ऐतिहासिक तोहफा मिलेगा। बता दें कि तेजस्वी अगर बिहार के मुख्यमंत्री बनते हैं तो फिर वे अबतक किसी भी राज्य के सबसे युवा मुख्यमंत्री बनकर देश में इतिहास बनाएंगे। 9 नवंबर, 1989 को जन्मे तेजस्वी यादव आज 31 साल के हो जाएंगे।
एग्जिट पोल के मुताबिक तेजस्वी अगर सीएम बनते हैं तो वे पूरे देश में किसी भी राज्य के सबसे कम उम्र 31 साल के मुख्यमंत्री बन जाएंगे। हालांकि, इससे पहले एमओएच फारुक 29 साल की उम्र में पुडुचेरी के मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश है। इससे पहले 1968 में बिहार में मुख्यमंत्री बने सतीश प्रसाद सिंह 32 साल की उम्र में सीएम बने थे। ऐसे में 31 साल की उम्र में सीएम बन तेजस्वी इतिहास रचेंगे।
बिहार में चुनाव आयोग द्वारा राज्य के सभी 38 जिलों में 55 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर एक साथ सुबह आठ बजे से मतगणना की प्रक्रिया शुरू होगी।निर्वाचन विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सभी मतगणना केंद्रों में आयोग के निर्देशानुसार निर्वाची पदाधिकारी व सहायक निर्वाची पदाधिकारी की तैनाती की गयी है। इनके अतिरिक्त प्रत्येक केंद्र पर माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात रहेंगे। चूंकि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार एक हॉल में सात टेबुल पर ही मतगणना की जाएगी। साथ ही, दूसरे समीप के हॉल में सात अन्य टेबुल पर मतगणना की प्रक्रिया होगी। पहले एक हॉल में ही 14 टेबिल लगते थे, लेकिन कोरोना के कारण दो हॉल में सात-सात टेबिल रखे जाएंगे। मुख्य हॉल में निर्वाची पदाधिकारी एवं दूसरे हॉल में सहायक निर्वाची पदाधिकारी तैनात रहेंगे।
शुरुआती दो घंटे में बैलेट वोटों की गिनती की जाएगी। इसके रुझान सबसे पहले सामने आएंगे। हालांकि ईवीएम के वोटरों की गिनती शुरू होने के बाद रुझान में काफी उतार-चढ़ाव की संभावना बनी रहेगी। पहले जहां रात आठ बजे तक परिणाम आ जाते थे, वहीं इस बार इसमें देरी होगी।