BPSC Protest: छात्र संगठनों ने किया बिहार बंद का ऐलान, प्रशांत किशोर समेत 700 लोग पर FIR

Update: 2024-12-30 05:07 GMT

पटना। बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के पेपर लीक (Paper Leak) मामले को लेकर अब विरोध तीव्र हो गया है। पटना (Patna) में छात्रों और आयोग के बीच यह विवाद आरपार की लड़ाई में बदल चुका है। छात्र संगठन बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा ( BPSC Preliminary Exam) को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं, जबकि बिहार लोक सेवा आयोग इन मांगों को नजरअंदाज करता हुआ दिखाई दे रहा है। रविवार शाम को पटना में छात्रों की पुलिस के साथ तीखी झड़प हो गई, जब छात्र बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग करते हुए सीएम आवास की ओर बढ़ रहे थे।

बिहार बंद का सीपीआई ने किया समर्थन

इस बीच AISA ने 30 दिसंबर को बिहार बंद (Bihar Bandh) और चक्का जाम (Chakka Jam) का ऐलान किया है। सीपीआई (CPI) ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया है। छात्र संगठनों ने यह साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे विरोध जारी रखेंगे। प्रदर्शनकारी छात्र नीतीश सरकार से बीपीएससी की परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।

प्रशांत किशोर का समर्थन

इस आंदोलन में प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) का भी अहम रोल था। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह लड़ाई लंबी चलेगी, जैसे किसान आंदोलन ने दिल्ली में संघर्ष किया, वैसे ही छात्रों को एकजुट होकर अपनी आवाज उठानी होगी। उन्होंने बिहार में डोमिसाइल नीति (Domicile Policy), पेपर लीक (Paper Leak) और नौकरियों में भ्रष्टाचार (Corruption in Jobs) को समाप्त करने के लिए छात्रों को एकजुट करने की बात की।

नेताओं ने छात्रों को उकसाया

पटना सेंट्रल एसपी स्वीटी सहरावत (SP Sweety Sahrawat) ने कहा कि लाठीचार्ज नहीं हुआ है, बल्कि छात्रों को शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने के लिए बार-बार अनुरोध किया गया था। हालांकि, जब छात्र नहीं माने और सड़क को जाम कर दिया, तो पुलिस को मजबूरन वाटर कैनन (Water Cannon) का उपयोग करना पड़ा। पुलिस का कहना है कि प्रशासन की चेतावनी के बावजूद छात्र गांधी मैदान में इकट्ठा हो गए थे और इस विरोध में कुछ नेताओं ने छात्रों को उकसाया था। इस मामले में पटना डीएम ने "छात्रों की सभा आयोजित करने को लेकर प्रशांत किशोर समेत 700 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

छात्र बातचीत करने को तैयार नहीं 

नीतीश सरकार का कहना है कि उन्होंने छात्रों के साथ बातचीत के लिए एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मिलने का प्रस्ताव रखा है, लेकिन छात्र प्रतिनिधि के तौर पर आने को तैयार नहीं हैं। सरकार ने यह भी कहा कि प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया और प्रशासन पूरी तरह से युवाओं की चिंताओं को समझने की कोशिश कर रहा है।

विपक्ष ने साधा नीतीश सरकार पर निशाना

बीपीएससी परीक्षा विवाद (BPSC Exam Controversy) को लेकर विपक्ष ने नीतीश सरकार (Nitish Government) पर तीखा हमला बोला है। विपक्ष का कहना है कि छात्रों के साथ की गई पुलिस की बर्बरता का विरोध किया जाना चाहिए। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने पुलिस के लाठीचार्ज को तानाशाही की संज्ञा दी है और नीतीश कुमार की सरकार को कड़ी चेतावनी दी है। 

राजद नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने इस मामले पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने वीडियो साझा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उन्होंने इस मुद्दे पर पत्र लिखा था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रों पर लाठीचार्ज नीतीश कुमार के इशारे पर किया गया और कुछ राजनीतिक लोग इस आंदोलन को भटकाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इस आंदोलन को हाईजैक करने की कोशिशों पर भी निशाना साधा। 

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