बेगूसराय/स्वदेश वेब डेस्क। मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म मामले से संबंधित मामलों में फरार चल रहे पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा ने सोमवार को मंझौल न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। सैकड़ों समर्थकों के साथ न्यायालय पहुंचे चन्द्रशेखर वर्मा को आत्मसमर्पण करने के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें कि देश को झकझोरने वाले मुजफ्फरपुर दुष्कर्म कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के मोबाइल से खुले राज में चंद्रशेखर वर्मा का नाम सामने आया तथा कई बच्चियों ने भी उन पर घिनौना आरोप लगाया था। इसके बाद बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम जब मंजू वर्मा के ससुराल श्रीपुर अर्जुन टोला में रेड करने पहुंची तो कई दस्तावेजों के साथ घर से प्रतिबंधित हथियारों की 50 गोलियां मिली थीं। इस मामले में सीबीआई के डीएसपी उमेश कुमार ने चेरिया बरियारपुर थाना में आर्म्स एक्ट की धारा 25(ए-1), 26 एवं 27 के तहत थाना कांड संख्या 143/18 दर्ज कराया था। इस मामले में वर्मा कीअग्रिम जमानत याचिका बेगूसराय न्यायालय एवं पटना उच्च न्यायालय ने खारिज कर दी थी। बीते दिनों मुजफ्फरपुर मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने भी वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने पर सवाल उठाया था। इसके बाद एसपी ने मंझौल डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित जो लगातार गिरफ्तारी का प्रयास कर रही थी। जमानत याचिका खारिज होने पर 12 अक्टूबर को कोर्ट द्वारा जारी इश्तेहार चंद्रशेखर वर्मा के आवास पर चिपका दिया गया था। 30 दिनों के अंदर गिरफ्तारी या हाजिर नहीं होने पर घर की कुर्की -जब्ती होनी थी तथा पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी। इसी बीच सोमवार की सुबह चंद्रशेखर वर्मा ने नाटकीय तरीके से कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। हालांकि प्रतिबंधित गोली मिलने में आरोपी पूर्व मंत्री मंजू वर्मा अभी भी फरार हैं।