40 साल से हर सावन सोमवार बाबा बैद्यनाथ पर पैदल जाकर चढ़ा रही जल, लोग कहते है महिला डाक बम
भागलपुर। सावन का महीना शुरू होते ही देश बर के शिवालयों में कांवड़िए गंगा का जल लाकर भगवान भोले पर चढ़ाते है। ऐसा ही इन दिनों भागलपुर में देखने को मिल रहा है। यहां के सुल्तानगंज से कावड़िए गंगा जल लेकर देवघर स्थित बाबा वैधनाथ के धाम के लिए निकल रहे है। इन कावड़ियों के बीच एक महिला आकर्षण के केंद्र बनी हुई है, जो पिछले 40 सालों से लगातार गंगाजल लेकर देवघर पहुंचती हैं। वे रविवार सुबह सुल्तानगंज से गंगा जल उठती है और देवघर के लिए रवाना हो जाती हैं। वे 108 किलोमीटर की इस मुश्किल भरे रास्ते को 15 से 18 घंटे में पूरा कर लेती हैं।
बता दें की पिछले 40 सालों से बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली कृष्णा रानी सेवानिवृत्त शिक्षिका है। बाबा वैद्यनाथ को हर सावन सोमवार जल चढ़ाने का ये सिलसिला साल 1982 से शुरू हुआ। जब कृष्णा रानी के पति की तबियत बेहद खराब हो गई। इस दौरान उन्होंने भगवान शिव से अपने पति के स्वस्थ होने की कामना की थी। उन्होंने मन्नत मानी थी की यदि उनके पति स्वस्थ हो जाते है तो वह हर सावन सोमवार बाबा पर गंगा जल चढाएंगी। उसके क बाद से ये सिलसला लगातार जारी है।
डाक बम के नाम से मशहूर -
आज जब कृष्णा रानी सावन के महीने में देवघर के लिए निकलती हैं तो उन्हें देखने और उनसे आर्शीवाद लेने के लिए रास्ते में हजारों लोग कतार में लगे रहते हैं।अब लोग उन्हें डाक बम के नाम से पुकारते है। दरअसल, डाक बम उन्हें कहा जाता है जो गंगाजल लेकर लगातार चलते या दौड़ते हुए 24 घंटे के अंदर सुल्तानगंज से देवघर 108 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचता है।