पप्पू यादव ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में किया नामांकन, राजद की बीमा भारती से होगा मुकाबला
पटना। आखिरकार जाप के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने पूर्णिया से लोकसभा सीट के लिए अपना नामांकन निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कर ही दिया। पूर्व सांसद पप्पू यादव ने हजारों समर्थकों के साथ पहले मीटिंग की उसके बाद पूर्णिया के टाउन हॉल से निकलकर नामांकन करने जिला समाहरणालय आए। उन्होंने लगभग 12:00 बजे अपना नामांकन दाखिल किया।
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने पहले 2 अप्रैल को अपने नामांकन का समय रखा था, जिसमें उन्हें कांग्रेस से नामांकन करना था। महा गठबंधन के साथी के रूप में परंतु राष्ट्रीय जनता दल द्वारा बीमा भारती के उम्मीदवार बनाए जाने के बाद महा गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में उनका उतरना काफी प्रयास के बाद भी मुमकिन नहीं हो सका। अंत तक उन्होंने कांग्रेस आला कमान का भी इंतजार किया। इसलिए पप्पू यादव ने 4 तारीख को अपना नामांकन का दिन रखा की कोई रास्ता निकाल सके परंतु उस उम्मीद पर भी पानी फिर गया। उसके बाद उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में आज अपना नामांकन दाखिल किया।
पप्पू यादव पूर्णिया से पहले भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल कर चुके हैं और उन्हें भी इस लड़ाई में कम नहीं आंका जा सकता। पप्पू यादव लगातार और दिन-रात क्षेत्र में भ्रमण करते हैं।पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का विलय दिल्ली जाकर कांग्रेस में कर लिया था उसके बाद उनका कांग्रेस से टिकट मिलना लगभग तय हो गया था परंतु राजद और कांग्रेस के बीच में रस्साकसी के बाद राष्ट्रीय जनता दल ने बीमा भारती को अपना उम्मीदवार बनाया और 2 अप्रैल को बीमा भारती ने महागठबंधन की ओर से अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस नामांकन के बाद आमसभा में पूर्व डिप्टी सीएम राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बीमा भारती के लिए लोगों से आशीर्वाद मांगा। इसके बाद भी पप्पू यादव लगातार लालू यादव एवं कांग्रेस के संपर्क में रहे।
उन्होंने कई बार बताया कि लालू यादव हमें मधेपुरा और सुपौल का सीट दे रहे थे परंतु मैंने बार-बार कहा था कि मैं पूर्णिया से ही चुनाव लड़ूंगा, पूर्णिया ही मेरा सब कुछ है। परंतु मेरे साथ न्याय नहीं हो सका। मैं नहीं जानता ऐसा मेरे साथ क्यों किया गया। उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस नेतृत्व अवश्य ही मेरे विषय में निर्णय करेगा परंतु वहां से भी निराशा हाथ लगी। मैं कांग्रेस का सिपाही बनकर कांग्रेस के लिए कार्य करता रहूंगा।कांग्रेस का झंडा ही मेरे लिए अब सबकुछ है।
पप्पू यादव के निर्दलीय चुनाव उम्मीदवार बनने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से जदयू नेता एवं पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, महागठबंधन से राजद की नेता बीमा भारती और निदलीय के रूप में पप्पू यादव की लड़ाई अब होगी। हालांकि पूर्व सांसद पप्पू सिंह के चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के बाद समीकरण काफी कुछ बदल गया है और एनडीए के उम्मीदवार को सीधा रास्ता मिल गया है। अब पप्पू यादव और बीमा भारती की सीधी टक्कर होगी।तेजस्वी यादव के द्वारा बीमा भारती को भरे मंच से तथा मीडिया के बीच स्पष्ट रूप से बीमा भारती को ताकत से समर्थन देने की बात के बाद राजद से टकराहट की बात स्पष्ट रूप से हो गयी हैं।