CG News: छत्तीसगढ़ को 6000 करोड़ का निवेश प्रस्ताव, खुल गए FDI के रास्ते, सीएम साय बोले - उद्योगपति निवेश को हैं तैयार

Update: 2025-01-24 03:07 GMT

रायपुर। छत्तीसगढ़ के लिए विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के रास्ते खुल गए हैं। मुंबई में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट मीट में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अमेरिकी कौंसिल जनरल और रशिया कौंसिल जनरल से मुलाकात की। दोनों ही अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा भी जताई और यहां के अनुकूल माहौल की तारीफ की। इस इंवेस्टर मीट छत्तीसगढ़ को 6000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि नई औद्योगिक नीति के चलते राज्य में अब तक एक लाख करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव आकर्षित किए गए हंै। ये प्रस्ताव रायपुर, दिल्ली और मुंबई में आयोजित इन्वेस्टर मीट के दौरान मिले। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमने नई उद्योग नीति के माध्यम से निवेशकों के लिए रेड कारपेट बिछाया है। निवेशकों को हर संभव मदद भी दी जाएगी।

सिंगल विंडो से दे रहे क्लीयरेंस

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सिंगल विंडो सिस्टम से अब क्लीयरेंस दे रहे हैं। इससे निवेशकों को राहत मिली है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को रोजगार के अवसरों में वृद्धि के लिए एक हजार करोड़ या एक हजार लोगों को रोजगार देने वाले उद्योगों को बी- स्पोक नीति का अवसर है। इस नीति के तहत 30 से 50 प्रतशित तक व 200 से 450 करोड़ रुपये तक स्थायी पूंजी निवेश का प्रावधान है।

निवेश के लिए नए प्रावधान

मुख्यमंत्री ने बताया कि नए जमाने के उद्योगों जैसे एआई, रोबोटिक्स, कंप्यूटिंग, ग्रीन हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों में निवेश के प्रावधान हैं। नवा रायपुर में एक फार्मास्यूटिकल पार्क भी बनाया जाएगा। इसके साथ ही जगदलपुर के पास 118 एकड़ क्षेत्र में औद्योगिक पार्क बनाया जाएगा। इस मीट में उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, प्रदेश के मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, सचिव राहुल भगत, उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

राज्य में इन्होंने दिए निवेश के प्रस्ताव

इन्वेस्टर मीट में राज्य में अंबुजा सीमेंट ने 2367 करोड़ के निवेश प्रस्ताव दिया है। वहीं बांबे हास्पिटल ट्रस्ट ने विश्वस्तरीय अस्पताल बनाने की इच्छा जताई है। प्लास्टिक और टेक्सटाइल के क्षेत्र में अग्रणी वेलस्पन ग्रुप ने छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना साझा की है। वहीं ड्रूल्स कंपनी ने पालतू जानवरों के आहार के उत्पादन को बढ़ाने के लिए राजनांदगांव में 625 करोड़ रुपये का निवेश की घोषणा की है। कंपनी द्वारा ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए 30 मेगावॉट सोलर पावर प्लांट भी लगाया जाएगा। इसके साथ ही क्रिटेक टेक्नोलॉजीज ने राज्य में आईटी क्षेत्र में 600 करोड़ रुपये का निवेश के प्रस्ताव दिए हैं।

बिड़ला ग्रुप ने भी जताई निवेश की संभावना

मीट के दौरान आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात कर राज्य में अपने उद्योगों के विस्तार के बारे में चर्चा की। आदित्य बिड़ला ग्रुप ने छत्तीसगढ़ में वस्त्र, पेंट और आभूषण के क्षेत्र में निवेश की संभावना जताई है। वहीं गोदरेज समूह की कार्यकारी निदेशक तान्या डुबाश ने भी छत्तीसगढ़ में रासायनिक उर्वरक, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण के साथ-साथ मोल्डेड फर्नीचर निर्माण के क्षेत्र में निवेश की संभावना व्यक्त की है। ऊर्जा, इस्पात और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में अग्रणी एस्सार ग्रुप के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. हसीब द्रबू ने छत्तीसगढ़ में ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, इस्पात और खनन जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं जताई है।

आधारभूत संरचना निवेशकों के अनुकूल

मुख्यमंत्री साय ने जानकारी दी कि नवा रायपुर में 1.6 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया है, जिससे यहां की अधोसंरचना देश के सबसे शानदार शहरों जैसी है। यही नहीं अगले पांच वर्षों में यहां 2.1 बिलियन डालर की नई परियोजनाएं भी आरंभ की जाएंगी। छत्तीसगढ़ में आईआईटी भी हैं, आईआईएम भी हैं तो स्वाभाविक रूप से इंडस्ट्री के लिए सक्षम तकनीकी लोग यहां उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी शानदार है। रांची, विशाखापट्नम तथा हैदराबाद के लिए एक्सप्रेसवे तैयार किये जा रहे हैं जो शीघ्र ही तैयार हो जाएंगे। रेल, रोड तथा एयर कनेक्टिविटी छत्तीसगढ़ में शानदार है। सबसे ज्यादा निवेश रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर और रेलवे कनेक्टिविटी के लिए किया गया है। इससे यहां के उद्योग जगत को माल ढुलाई में बड़ा लाभ होगा।

ऊर्जा और खनिज उत्पादन में छत्तीसगढ़ अग्रणी

मुख्यमंत्री ने बताया खनिज संसाधनों और विद्युत उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में से हैं। जो कोर इंडस्ट्री के लिए सबसे जरूरी खनिज हैं, जैसे कोयला, लोहा और बाक्साइट आदि, यह छत्तीसगढ़ में प्रचुरता से है और स्वाभाविक रूप से हमारा प्रदेश स्टील, सीमेंट और एलुमीनियम आदि के उत्पादन में अग्रणी राज्यों में से है। 25 हजार मेगावाट उत्पादन क्षमता के साथ छत्तीसगढ़ जीरो पावर कट राज्य है। देश के 16 प्रतिशत स्टील और 15 प्रतिशत एल्यूमीनियम का उत्पादन छत्तीसगढ़ में होता है। छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र राज्य है जो टिन का उत्पादन करता है। इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में लीथियम जरूरी है। छत्तीसगढ़ में न केवल लीथियम के बड़े भंडार मिले हैं अपितु हम लीथियम ब्लाक की नीलामी करने वाले पहले राज्य हैं।

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