भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अक्षमता के आरोपों में बर्खास्त हुईं थी लवली शर्मा: इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की नवागत कुलपति का जबरदस्त विरोध…

Update: 2025-04-15 07:02 GMT
इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की नवागत कुलपति का जबरदस्त विरोध…
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रायपुर। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की नवनियुक्त कुलपति प्रो लवली शर्मा अपने पुराने कारनामों के चलते विवादों में घिर गई हैं। उन्होंने पदभार तो ग्रहण कर लिया है लेकिन उनके नाम के ऐलान के साथ ही उनका विरोध शुरू हो गया था।

इससे पूर्व वे राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय ग्वालियर में कुलपति थी, लेकिन वहां उनके कार्यकाल को दो ही वर्ष गुजरे थे कि गंभीर वित्तीय अनियमितताओं और प्रशासनिक अक्षमताओं के चलते उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। एक बर्खास्तशुदा कुलपति को पुनः किसी विश्वविद्यालय की बागडोर सौंपना तमाम तरह के संदेह पैदा कर रहा है।

इन पुराने मामलों को लेकर ही उनका जबरदस्त विरोध किया जा रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने चेतावनी दे दी है कि भ्रष्ट छवि की कुलपति को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। परिषद ने राज्यपाल से कुलपति की नियुक्ति रद्द करने की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि दयालबाग एजुकेशनल इंस्टिट्यूट आगरा में कार्यरत प्रो लवली शर्मा को हाल ही में 9 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ का कुलपति नियुक्त किया गया है। इससे पहले वे 2017 फरवरी में ग्वालियर के राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में कुलपति नियुक्त हुईं थी।

लेकिन वे यहां अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकीं । राज्यपाल ने गंभीर वित्तीय अनियमितताओं और प्रशासनिक अक्षमताओं के मामले में उन्हें 3 अक्टूबर 2018 में बर्खास्त कर दिया। अपनी बर्खास्तगी के खिलाफ वे हाईकोर्ट भी गईं, लेकिन वहां से भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली। भ्रष्टाचार और कदाचरण के मामलों में हटाए जाने के बाद इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में उनकी नियुक्ति कई सवाल खड़े कर रही है।

बहनों व रिश्तेदारों से कराए कॉलेजों के निरीक्षण:

प्रो लवली शर्मा ने राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में कुलपति रहते हुए गंभीर किस्म की अनियमितताएं की। संबद्धता के लिए कॉलेजों का निरीक्षण किया जाता है। उन्होंने सारे नियम कायदे ताक पर रखते हुए अपनी बहनों और रिश्तेदारों को निजी कॉलेजों के निरीक्षण के लिए भेजा और उनके आने जाने खाने पीने का खर्चा विश्वविद्यालय से दिलवाया।

बताया गया है अपने लोगों से उन्होंने 25-25 कॉलेजों का निरीक्षण करवाया था। इसके लिए लाखों का भुगतान किया गया। निरीक्षण में हैदराबाद और आगरा के लोगों को शामिल किया गया जो इस योग्य ही नहीं थे। इन लोगों को हवाई यात्रा के व्यय दिलवाए गए।

यात्रा के फर्जी बिल लगाकर लिया भुगतान:

प्रो लवली शर्मा ने दिल्ली आगरा आदि शहरों में टैक्सी से यात्राएं करने के फर्जी बिल भी लगाए और भुगतान भी ले लिया। मजे की बात ये है जिन नम्बर की टैक्सियों से उन्होंने यात्राएं करना बताया था वे नंबर मोटर साइकिलों के पाए गए। लवली शर्मा के कारनामे यहीं नहीं थमे।

एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन कर उसमें कथित विदेशी विशेषज्ञों को बुलाकर उन्हें फर्जी भुगतान कराया गया। ये विशेषज्ञ पहले से ही दिल्ली आए हुए थे परन्तु उन्हें अमेरिका आदि विदेशी स्थानों से आने जाने का भुगतान किया गया।

यौन प्रताड़ना की शिकायतों पर नहीं की कार्रवाई:

प्रो लवली शर्मा के कार्यकाल में ग्वालियर के राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के कतिपय शिक्षकों पर विश्वविद्यालय की छात्राओं और शिक्षिकाओं के साथ अभद्र व्यवहार करने और यौन प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगे।

छात्राओं ने कुलपति लवली शर्मा से शिकायत भी की लेकिन उन्होंने आरोपी शिक्षकों की न तो कोई जांच कराई न ही कोई कार्रवाई की। बाद में यही शिक्षक यौन प्रताड़ना के मामलों में दोषी पाए गए। कुलपति सदैव ही इन शिक्षकों का बचाव करती रहीं।

ये अनियमितताएं भी की:

- पीएचडी की थीसिस जांच के लिए अपात्र लोगों को भेजी गई तथा प्राइवेट कॉलेजों के अयोग्य शिक्षकों को बतौर विशेषज्ञ वायवा के लिए बुलाया गया।

- विश्वविद्यालय की एक प्रोफेसर को झूठे आरोपों में फंसाकर बर्खास्त कर दिया गया।

- कार्य परिषद के निर्णयों और विश्वविद्यालय के नियमों की अनदेखी के विरुद्ध काम किए।

- सेमिनार में शोध पत्रिका निकालने के नाम पर शोध छात्रों से प्रति छात्र 150 रुपए वसूले ,लेकिन शोध पत्रिका निकली ही नहीं।

- राजभवन में भेजे गए अपने बायोडाटा में झूठी जानकारियां दीं। खुद का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में होने की झूठी जानकारी दी।  

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