अंतिम पंक्ति के व्यक्ति के विकास को ध्यान में रखकर सरकार ने बनाई योजनाएं : मंत्री डॉ. मिश्रा
गृह मंत्री ने 150 कृषकों को 10 लाख की लागत के प्रदाय किए कृषि उन्नत यंत्र
दतिया। पंडित दीन दयाल उपाध्याय की सोच थी की सबसे पहल समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति का विकास हो। उनकी इस सोच को क्रियान्वित करने केन्द्र एवं मध्यप्रदेश सरकार ने समाज के अंतिम पक्ति के व्यक्ति को ध्यान में रखकर कार्यक्रम एवं योजनायें बनाई है। जिनका लाभ इन वर्गो तक पहुंच सके।गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र ने शनिवार को रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी द्वारा वृन्दावन धाम दतिया में आयोजित कृषि सामग्री वितरण कार्यक्रम को संबोधित करtते हुए ये बात कही। इस मौके पर गृह मंत्री ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के 150 कृषकों को 10 लाख की लागत के उन्नत कृषि यंत्रों का वितरण भी किया। जिसमें नौनेर ग्राम के 53 कृषक भी लाभान्वित हुए।
कृषक उन्नत तकनीकी का उपयोग कर अधिक आय लें -
गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किसान भाईयों से आग्रह किया कि परम्परागत फसलों के साथ आधुनिक एवं उन्नत तकनीकी का उपयोग कर सफेद मूसली, अंजीर जैसे अधिक आय देने वाली फसलंे लें। उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों द्वारा उन्नत तकनीकी एवं बीज, आधुनिक सिंचाई पद्धति को अपनाकर कम लागत में अधिक आय लेने के जो टिप्स दिए गए है उन्हें अपने खेती किसानी के कार्य में उपयोग कर जमीनी को खाली न रहने दें बल्कि तीन फसलें लें जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
गृह मंत्री ने विश्वविद्यालय के कुलपति से कहा कि नौनेर में 350 करोड़ की लागत कर जो वैटनरी काॅलेज एवं फिशरीज काॅलेज का कार्य चल रहा है उसे शीघ्र पूर्ण करा लंे जिससे क्षेत्र के लोगों को लाभ मिल सके। इन महाविद्यालयों के शुरू होने से जिले के इकोनाॅमी भी बढ़ेगी। गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् हितग्राहियों को लाभान्वित करने का प्रतिशत बढ़ाया गया है। जिससे उक्त योजना का अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को लाभ मिल सके।
बेटनरी एवं फिशरीज काॅलेज का कार्य जून माह तक पूर्ण होगा -
कार्यक्रम के शुरू में कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. अरविन्द कुमार ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि नौनेर में निर्माणाधीन वेटनरी एवं फिसरीज महाविद्यालय का कार्य आगामी जून माह तक पूर्ण कर लिया जायेगा। जिससे उक्त महाविद्यालय शीघ्र शुरू हो जायेंगे। डाॅ. अरविन्द कुमार ने विश्वविद्यालय द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला।