तवांग मुद्दे पर एकजुट हुआ विपक्ष, सोनिया गांधी ने कहा - चीन मुद्दे पर संसद में बहस जरुरी
नईदिल्ली। भारत -चीन मुद्दे पर आज एक बार फिर विपक्ष एकजुट नजर आया। यूपीए चेयरपर्सन और कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने तवांग में भारत-चीन के जवानों के बीच हुई झड़प पर चर्चा की मांग की है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने चीन पर चर्चा की मांग को लेकर समान विचारधारा वाले विपक्षी नेताओं को बुलाया था।
इस दौरान खड़गे ने कहा कि चीन पर चर्चा की मांग को लेकर आज समान विचारधारा वाले विपक्षी नेताओं को बुलाया गया है।कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि संसद में चीन के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। लेकिन केन्द्र सरकार इस मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं होने दे रही है। ऐसा कर सत्ता पक्ष लोकतंत्र की हत्या कर रही है।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में बीते कुछ वर्षों में नफरत का माहौल है। कुछ लोग समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं। इस शासनकाल में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। देश की सीमा पर बार-बार घुसपैठ किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष चीन के मुद्दे पर जवाब देना नहीं चाहती। जबकि ऐसे समय में संसद को भरोसे में लेकर काम करना चाहिए। इसी संदर्भ में आगे सोनिया गांधी ने कहा कि हम पूछना चाहते हैं कि वे चीन से जुड़े मुद्दे पर चर्चा करने से क्यों कतरा रहे हैं? उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार बताए कि चीन लगातार हम पर हमला क्यों कर रहा है? भविष्य में चीन को घुसपैठ से रोकने के लिए सरकार की नीति क्या है?
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा है, "विपक्ष संसद में भारत-चीन सीमा विवाद पर बातचीत की मांग कर रहा है. सरकार लोगों के लिए जवाबदेह है, हम सब देश की रक्षा के लिए खड़े हैं. सीमा पर क्या स्थिति है, जून 2020 में हमारे 20 जवान क्यों मारे गए थे? ये पता होना चाहिए."