भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बुलाई महासचिवों की बैठक, चुनावी राज्यों पर चर्चा

Update: 2021-06-05 16:22 GMT

नईदिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अगले वर्ष होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। पार्टी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर महासचिवों की बैठक की।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में होने वाली दो दिवसीय बैठक का शनिवार को पहला दिन था। आज की बैठक में पार्टी की ओर से कोरोना महामारी के मद्देनजर देश भर में चलाये जा रहे राहत कार्य 'सेवा ही संगठन' अभियान की प्रगति पर चर्चा के साथ ही उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनाव और राज्य के सियासी मिजाज पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, संयुक्त संगठन मंत्री शिव प्रकाश, महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, भूपेंद्र यादव, अरुण सिंह, डी पुरंदेश्वरी, दुष्यंत गौतम ,तरुण चुग समेत सभी महासचिव शामिल हुए।

 सेवा ही संगठन -

सूत्रों के अनुसार, भाजपा अध्यक्ष के आवास पर हुई बैठक में सबसे पहले मौजूदा कोरोना महामारी के समय पार्टी की तरफ से जितने सामाजिक कार्य हुए हैं उनकी समीक्षा की गई।' सेवा ही संगठन' योजना को आगे और बढ़ाने और जरूरतमंद लोगों को आर्थिक, सामाजिक मदद देने का निर्णय लिया गया। सूत्रों के अनुसार, बैठक के एजेंडे में विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में सबसे अव्वल उत्तराखंड पर चर्चा की गई। महासचिव दुष्यंत गौतम ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के बाद के हालात की जानकारी दी। त्रिवेंद्र सिंह रावत के बाद राज्य सरकार की कमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के हाथ में देने के बाद की स्थितियों पर उन्होंने विस्तार से अपनी बात रखी। सूत्र बताते हैं कि इस दौरान तीरथ सिंह रावत भी दिल्ली में मौजूद रहे।

 चार धाम यात्रा -

बताया जा है कि नड्डा के नेतृत्व में हो रही इस बैठक में उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को शुरू करने और उसके भविष्य में होने वाले परिणामों पर भी मंथन किया गया। यह योजना पहले शुरू होने वाली थी, किंतु कोरोना महामारी के कारण इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले पांच राज्यों में से चार (उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर) में भाजपा की सरकार है। इसमें से भाजपा की सियासी मजबूती के लिए उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश सबसे महत्वपूर्ण राज्य हैं।

कांग्रेस में आंतरिक कलह

सूत्र बताते हैं कि बैठक में कांग्रेस शासित राज्य पंजाब और राजस्थान में चल रही खींचतान पर भी चर्चा की गई। इन दोनों राज्यों में कांग्रेस आंतरिक कलह से जूझ रही है।इसके अलावा, बैठक में हाल ही में संपन्न पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी के नतीजों की भी समीक्षा की गई। असम में जहां भाजपा सत्ता में वापसी में सफल रही वही पश्चिम बंगाल में उसे उम्मीद के मुताबिक परिणाम न मिले। हालांकि, वोट प्रतिशत के साथ ही पार्टी की सीटों में इजाफा हुआ। भाजपा 77 सीटे पाने में सफल रही है। 

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