दिल्ली। पाकिस्तान ने वर्ष 2020 में 6 महीने से भी कम समय में 2000 से ज्यादा बार सीज़फायर का उल्लंघन किया है। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि पिछले सालों से अगर तुलना करें तो पूरे 2018 में इतने उल्लंघन नहीं हुए जबकि 2019 में 370 हटने के बाद से ये आंकड़ा लगातार बढ़ता ही गया है।
वहीं भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग उग्रवाद और आतंकवाद से पूरी तरह से तंग आ चुके हैं और वे चाहते हैं कि स्थिति जल्द सामान्य हो जाए। घाटी में छिपे आतंकवादियों के खिलाफ लगातार अभियानों के बारे में बात करते हुए, नरवाणे ने कहा, "अधिकांश ऑपरेशन स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी पर आधारित थे। इससे पता चलता है कि वे भी उग्रवाद और आतंकवाद से पूरी तरह से तंग आ चुके हैं और वे चाहते हैं कि स्थिति जल्द सामान्य हो जाए।"
घाटी में समग्र स्थिति के बारे में बात करते हुए, जनरल नरवाणे ने कहा कि भारतीय सेना ने पिछले कुछ दिनों में बहुत सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा, "जहां तक जम्मू एवं कश्मीर का सवाल है, हमें पिछले एक सप्ताह या 10 दिनों में बहुत सफलता मिली है। पिछले एक सप्ताह में ही 15 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं।" उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर में सभी सुरक्षा बलों के बीच घनिष्ठ सहयोग और समन्वय से ही यह सफलता हासिल हो सकी है।
जम्मू एवं कश्मीर की जमीनी स्थिति पर जनरल नरवने का दृष्टिकोण आने से चंद घंटे पहले ही दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के जदुरा निपोरा इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच शनिवार को हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। पुलिस और सेना द्वारा विशिष्ट खुफिया इनपुट के आधार पर क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान शुरू करने के बाद मुठभेड़ हुई।
इस साल 11 जून तक घाटी में कुल 98 आतंकवादी मारे जा चुके हैं। अकेले जून महीने के 11वें दिन तक कुल 20 आतंकवादी ढेर किए जा चुके हैं। मई में 18 आतंकवादियों को समाप्त कर दिया गया था और अप्रैल में 28 आतंकियों का काम तमाम कर दिया गया था। फरवरी व मार्च में सात-सात आतंकवादियों को समाप्त कर दिया गया जबकि जनवरी में 18 आतंकवादी मारे गए।
सुरक्षा बलों ने 2019 में कुल 158 आतंकवादियों को समाप्त कर दिया, जबकि 2018 में घाटी में 254 आतंकवादियों को मार गिराया गया। साल 2017 में कुल 213 आतंकवादी मारे गए थे।
इस साल सुरक्षा बलों ने कुछ सबसे वांछित (मोस्टवांटेड) आतंकवादियों को खत्म करने में भी कामयाबी हासिल की है। मई में कश्मीर के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक और आतंकवादी समूह हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर रियाज नाइकू जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक मुठभेड़ के दौरान मारा गया था।
इस्लामिक स्टेट जम्मू एवं कश्मीर (आईएसजेके) के कमांडर आदिल अहमद वानी और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के कैडर शाहीन अहमद थोकर को 25 मई को खुदी हंजीपोरा कुलगाम में मार गिराया गया। वहीं हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) के कमांडर परवेज अहमद और जेईएम कमांडर शाकिर अहमद को 30 मई को ढेर कर दिया गया था।