नईदिल्ली। कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत बायोटेक कंपनी ने अपनी वैक्सीन का तेजी से उत्पादन बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके तहत कंपनी अब गुजरात के अंकलेश्वर में भी वैक्सीन का उत्पादन शुरू करने जा रही है।
भारत बायोटेक की सह-संस्थापक और जेएमडी सुचित्रा एल्ला ने एक ट्वीट में यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अंकलेश्वर स्थित कंपनी की सहायक कंपनी चिरोन बेहरिंग में वैक्सीन का उत्पादन शुरू करेगी। जून के पहले सप्ताह से फॉर्म्युलेशन और पैकिंग की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। उन्होंने बताया कि कंपनी की टू-लाइन प्रोडक्शन प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। बताया गया है कि अंकलेश्वर स्थित सहायक चिरोन बेहरिंग कंपनी की वैक्सीन की सालाना 200 मिलियन खुराक का उत्पादन करने की क्षमता है। चिरोन यूनिट अपने यहां होने वाले खरगोशों के टीकों का उत्पादन रोककर कोरोना वैक्सीन का उत्पादन शुरू करेगी। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि गुजरात में होने वाले इस उत्पाद से गुजरातियों को विशेष लाभ मिलेगा या नहीं।
वैक्सीन उत्पादन की मांग बढ़ी -
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए इस देश में दो कंपनियां ही कोरोना वैक्सीन का उत्पादन कर रही हैं। इनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कंपनी कोविशील्ड और भारत बायोटेक कंपनी कोवैक्सीन नाम से वैक्सीन का उत्पादन कर रही हैं। देश में वैक्सीन उत्पादन की मांग बढ़ रही है। विपक्ष भी वैक्सीन उत्पादन में तेजी लाने के लिए वैक्सीन उत्पादन का लाइसेंस अन्य दूसरी कंपनियों को देने की मांग कर रहा है। ऐसे में बायटेक कंपनी का अंकलेश्वर में अपनी सहायक कंपनी के साथ मिलकर वैक्सीन का उत्पादन करना एक अच्छा संकेत माना जा रहा है।