स्वतंत्रता आंदोलन के संघर्ष को जन-जन तक पहुंचाने में फिल्म जगत की अहम भूमिका: अनुराग ठाकुर
मंत्री अनुराग ठाकुर ने राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में कार्यक्रम को संबोधित किया
नईदिल्ली। केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और जी किशन रेड्डी ने शुक्रवार को संविधान के निर्माण पर आधारित ई चित्र प्रदर्शनी और देश भक्ति की भावना जागृत करने वाले फिल्मों के पोस्टर का कोलाज चित्रांजलि 75 जारी किया। चित्रांजलि के तहत देश के अलग अलग भाषाओं के 75 आईकॉनिक फिल्मों के पोस्टर का कोलाज तैयार किया गया है।
इस मौके पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि वर्ष 1913 में राजा हरिश्चंद नामक पहली फीचर फिल्म के निर्माण से लेकर आज भारत दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्म निमार्ता देश बना है। भारतीय सिनेमा ने समाज की छवि को आईने के रूप में फिल्मों में दिखाने और समाज सुधार के लिए जिन्होंने काम किया है, उन्हें भी जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है। हमारी फिल्म इंडस्ट्री आजादी के 75वें वर्ष तक एक लंबी यात्रा तय करके यहां तक पहुंची है, हम भी फिल्म इंडस्ट्री की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने का काम करेंगे। फिल्म इंडस्ट्री के पास भी अपने गौरवमय इतिहास को दिखाने का मौका है। इस कार्यक्रम के पीछे का उद्देश्य हमारे फिल्म इंडस्ट्री यानी सॉफ्ट पावर और फिल्म इंडस्ट्री के योगदान को आगे बढ़ाना है।
इस मौके पर केन्द्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि साल 2047 में जब देश की आज़ादी को 100 साल पूरे होंगे तब भारत कैसा होना चाहिए, यह महत्वपूर्ण है। साल 2047 में कोई भी प्रधानमंत्री होगा, किसी भी पार्टी की सरकार होगी, ये अलग बात है। 2047 में हमारा भारत शक्तिशाली बनकर उभरे, ये हमारा लक्ष्य होगा। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव सिर्फ सरकारी कार्यक्रम ही बन कर नहीं रहना चाहिए बल्कि यह जन-जन का कार्यक्रम होना चाहिए। लोग इन कार्यक्रमों कर अपने देश के 75 साल के इतिहास को याद करें।