नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में कई देशों के लिए चिकित्सा और खाद्यान्न सामग्री भेजीं
- भारतीय सशस्त्र बलों के छह एकांतवास केंद्रों में रखे जायेंगे खाड़ी देशों से आने वाले भारतीय - आईएनएस जलाश्व आज सुबह मालदीव गणराज्य की राजधानी माले पहुंचा, कल वापस होगा
नई दिल्ली। भारतीय सशस्त्र बलों ने हिंद महासागर क्षेत्र में कई देशों के लिए चिकित्सा टीमों और सहायता आपूर्ति के साथ नौसेना के जहाजों को भेजा है। इसके अलावा विदेशों से लाये भारतीयों नागरिकों को रखने के लिए सशस्त्र बलों ने देश में छह एकांतवास केंद्र (क्वारेंटाइन सेंटर) बनाये हैं जहां कई देशों से निकालकर लाये जा रहे 2,100 भारतीयों को 14 दिनों तक एकांतवास में रखा जायेगा।
नौसेना के जहाज हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के देशों के लिए खाद्यान्न, चिकित्सा दल, दवाओं के साथ रवाना किये गए हैं। भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस केसरी 6 मई से 29 जून, 2020 तक दक्षिणी हिंद महासागर क्षेत्र में आगे बढ़ेगा। इस दौरान यह जहाज मेडागास्कर, कोमोरोस, मालदीव और सेशेल्स का दौरा करेगा। यह इन सभी देशों को 10-12 टन दवाइयां वितरित करेगा। यह मालदीव को भी 660 टन खाद्यान्न प्रदान करेगा। मॉरीशस के लिए 14 कर्मियों की एक टीम भेजी गई है जिसमें आठ डॉक्टर, छह पैरामेडिक्स हैं। इसी तरह कोमोरोस के लिए चार डॉक्टरों और नौ पैरामेडिक्स की मेडिकल टीम को अलग से भेजा गया है।
इससे पहले भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए आईएनएस जलाश्व मालदीव रवाना हुआ था जो आज सुबह मालदीव गणराज्य की राजधानी माले तक पहुंच गया। यह जहाज भारतीयों के साथ कल कोच्चि (चेन्नई) के लिए वापस होगा। मालदीव के लिए रवाना हुआ आईएनएस मागर भी माले के रास्ते में है। आईएनएस ऐरावत और आईएनएस शार्दुल भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए खाड़ी क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। सऊदी अरब, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मलेशिया से लाये जाने वाले भारतीयों को भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना द्वारा जोधपुर, जैसलमेर और भोपाल में बनाए गए एकांतवास केंद्रों में रखा जाएगा। इसके अलावा कोच्चि, विशाखापट्टनम और चेन्नई में भी सेना, नौसेना और वायुसेना द्वारा चलाए जा रहे एकांतवास केंद्रों में भारतीयों को रखे जाने की व्यवस्था की गई है। इन छह केन्द्रों में 14 दिन बिताने पर एकांतवास केंद्रों की अनुमति मिलने के बाद ही विदेशों से लाये गए भारतीयों को उनके घरों के लिया रवाना किया जायेगा।
पहले चरण में करीब 2100 भारतीयों को खाड़ी देशों से वापस लाने की योजना पर काम किया जा रहा है, इसलिए उसी के मुताबिक इंतजाम किये गए हैं। सऊदी अरब से आने वाले 1000 लोगों में से 500 को जोधपुर में और 500 को जैसलमेर में एकांतवास केंद्रों में रखा जाएगा। दोनों ही केन्द्रों की जिम्मेदारी भारतीय सेना संभालेगी। कुवैत से लाये 400 लोगों को भोपाल के केंद्र पर रखा जायेगा। यूएई से लाये गए 200 लोगों को कोच्चि में नौसेना के केंद्र पर रखा जायेगा। इसी तरह बहरीन से आने वाले 150 नागरिकों को विशाखापत्तनम में नौसेना के केंद्र पर रखे जाने की व्यवस्था की गई है। मलेशिया से आने वाले 350 लोगों को चेन्नई में भारतीय वायुसेना के केंद्र पर एकांतवास में रखा जाएगा।