नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने भारतीय रेलवे में नौकरी के इच्छुक अभ्यर्थियों को फर्जी विज्ञापनों से सावधान रहने की सलाह देते हुए स्पष्ट किया है कि भर्ती के लिए किसी भी निजी एजेंसी को अधिकृत नहीं किया गया है। इसी के साथ रेल मंत्रालय ने एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में प्रकाशित भर्ती के विज्ञापन को फर्जी करार दिया है। इस विज्ञापन की पेपर कटिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
रेलवे ने मामले पर संज्ञान लेते हुए स्पष्टीकरण जारी किया है कि 8 अगस्त को अवेस्ट्रान इन्फोटेक के माध्यम से भारतीय रेल में आठ श्रेणियों में 5285 पदों की कथित भर्ती के विज्ञापन का समाचार फर्जी है। रेलवे ने कहा है कि रेल मंत्रालय के ध्यान में आया है कि 'अवेस्ट्रान इन्फोटेक' के नाम से एक संगठन www.avestran.in वेबसाइट के पते पर 8 अगस्त 2020 को एक प्रमुख समाचार पत्र में एक विज्ञापन दिया है, जिसमें 11 साल के अनुबंध पर भारतीय रेलवे में आउटसोर्सिंग के आधार पर आठ श्रेणियों में कुल 5285 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदकों से 750 रुपये ऑनलाइन शुल्क जमा करने के लिए कहा गया है और आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 10 सितम्बर 2020 बताई गई है।
रेल मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि भारतीय रेलवे में ग्रुप 'सी' और पूर्ववर्ती ग्रुप 'डी' पदों की विभिन्न श्रेणियों की भर्ती वर्तमान में 21 रेलवे भर्ती बोर्डों (आरआरबी) और 16 रेलवे भर्ती सेल (आरआरसी) द्वारा की जाती है, किसी अन्य एजेंसी द्वारा नहीं। भारतीय रेलवे में रिक्तियों को केंद्रीयकृत रोजगार सूचनाओं (सीएईन्स) के माध्यम से व्यापक प्रचार देकर भरा जाता है।