पाकिस्तान भारत के अंदर सामाजिक असहमति पैदा करने के लिए सांप्रदायिकता का झूठा प्रचार कर रहा : सीडीएस रावत

Update: 2020-11-06 07:15 GMT

नई दिल्ली। भारत के 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' जनरल बिपिन रावत ने शुक्रवार को दावा किया कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन के साथ युद्ध की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। रावत ने कहा, "कुल मिलाकर सुरक्षा के लिहाज से सीमा पर टकराव, उल्लंघन, अकारण सामरिक सैन्य कार्रवाई- बड़े संघर्ष का संकेत है और इससे इनकार नहीं किया जा सकता।

बता दें कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जम्मू में भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ के लिए बनाई गई एक सुरंग का बुधवार को पता लगाया था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरंग सांबा सेक्टर में मिली है और बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम मौके पर विश्लेषण के लिए पहुंच गई है।

सुरक्षा बल को ऐसी ही एक सुरंग इसी इलाके में अगस्त में भी मिली थी, वह पाकिस्तान की ओर से खोदी गई थी। बीएसएफ ने बताया था कि सुरंग के मुहाने पर रखी प्लास्टिक की रेत भरी 8 से 10 बोरियों पर पाकिस्तान के चिह्न मौजूद थे। इससे पहले जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर क्षेत्र के नजदीक एक सुंरग मिली थी। सुरंग को लेकर जम्मू में बीएसएफ के आईजी एनएस जम्वाल ने बताया था कि यह 150 गज जीरो लैंड से भारत की तरफ खुदी हुई है।

रावत ने आगे कहा कि जैसे-जैसे भारत कद में बढ़ता है, सुरक्षा चुनौतियां आनुपातिक रूप से बढ़ेंगी ही। हमें अपनी सैन्य आवश्यकताओं के लिए व्यक्तिगत राष्ट्रों पर प्रतिबंधों या निर्भरता के निरंतर खतरे से बाहर निकलना चाहिए। सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने नेशनल डिफेंस कॉलेज द्वारा आयोजित डायमंड जुबली वेबिनार - 2020 में कहा कि रणनीतिक स्वतंत्रता के लिए हमें दीर्घकालिक स्वदेशी क्षमता के निर्माण में निवेश करना चाहिए।

जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के लगातार छद्म युद्ध और भारत के खिलाफ दुष्टतापूर्ण बयानबाजी के कारण भारत और पाकिस्तान के संबंध और भी खराब हो गए हैं। पाकिस्तान ने सशस्त्र इस्लामी विद्रोह और आतंकवाद के केंद्र में रहना जारी रखा है। तीन दशकों से पाकिस्तान की सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई जम्मू-कश्मीर में छद्म युद्ध कर रही है। पाकिस्तान भारत के अंदर सामाजिक असहमति पैदा करने के लिए सांप्रदायिकता का झूठा प्रचार कर रहा है।

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