प्रधानमंत्री ने देश को सौंपी पहली वाटर मेट्रो, जानिए क्या होगी खासियत
केरल को अपनी पहली वंदे भारत ट्रेन मिली है
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को तिरुवनंतपुरम सेंट्रल - कासरगोड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा देश की पहली वाटर मेट्रो का शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने तिरुवनंतपुरम में देश के पहले डिजिटल साइंस पार्क की आधारशिला रखी। यह प्रोजेक्ट कुल 1515 करोड़ का है। पहले फेज में इसमें 200 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज केरल को अपनी पहली वंदे भारत ट्रेन मिली है, आज कोच्चि को वाटर मेट्रो की सौगात मिली है। कनेक्टिविटी के साथ-साथ आज केरल के विकास से जुड़े और भी कई प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। इन सभी के लिए केरल के लोगों को बहुत बहुत बधाई।केरल साक्षरता, कड़ी मेहनत, क्षमता और बुद्धि से भरी भूमि रही है। आप सभी दुनिया भर के देशों की आर्थिक स्थितियों से वाकिफ होंगे। विशेष रूप से, वैश्विक विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, भारत को विश्व स्तर पर 'विकास के जीवंत स्थान' के रूप में देखा गया है।
केरल का ड्रीम प्रोजेक्ट -
वाटर मेट्रो प्रोजेक्ट केरल का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह कोच्चि और उसके आसपास के 10 द्वीपों को जोड़ने वाला प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट के लिए 23 वाटर बोट्स और 14 टर्मिनल बनाए गए हैं, जिनमें से चार टर्मिनल पूरी तरह से तैयार है। इसमें 78 वाटर बोट्स होंगे और 38 टर्मिनल होगें। ये वाटर मेट्रो कोच्चि बैकवाटर के 76 किमी के क्षेत्र को कवर करेगी।
किराया -
वॉटर मेट्रो पर सफर के लिए न्यूनतम किराया 20 रुपये है, जो लोग नियमित यात्री होंगे वह बस या लोकल ट्रेन की तरह साप्ताहिक और मासिक पास भी ले सकते हैं। साप्ताहिक किराया 180 रुपये, जबकि मासिक 600 रुपये वहीं, त्रैमासिक किराया 1,500 रुपये होगा। इतना ही नहीं यात्री कोच्चि मेट्रो ट्रेन और वॉटर मेट्रो में एक ही स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल कर सफर कर सकेंगे। टिकट बुक करने के लिए आप कोच्चि वन ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।