राहुल गांधी ने G-23 पर कसा तंज, कहा - कुछ लोग AC में बैठकर सिर्फ भाषण देते है
राहुल गांधी ने कांग्रेस के चिंतन शिविर मे भाग लिया
अहमदाबाद। गुजरात के द्वारका में जारी कांग्रेस के चिंतन शिविर में आज पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिस्सा लिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस के G-23 गुट के नेताओं पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा एक तरफ कांग्रेस का वो कार्यकर्ता है जो 24 घंटे लगे रहते हैं, जमीन से जुड़े हैं, बीजेपी से लड़ते हैं, लाठी खाते हैं। दूसरी तरफ बहुत सारे लोग, जो एसी में बैठते हैं, मौज करते हैं, लंबे-लंबे भाषण देते हैं।
उन्होंने कहा की आपको और गुजरात के युवाओं को, गुजरात की जनता को मिलकर गुजरात के लिए नया विजन बनाना पड़ेगा, रास्ता दिखाना पड़ेगा। आपको गुजरात की जनता को विजन बताना होगा कि हम आपके लिए ये करेंगे, तो आप चुनाव जीत जाओगे। ये जो संगठन है जिसे हम कांग्रेस पार्टी कहते हैं, ये आप सभी का संगठन है, गुजरात के युवाओं का संगठन है, गुजरात के स्मॉल-मीडियम बिजनेस वालों का संगठन है। आप लोगों को इस संगठन को संभालने का काम करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कांग्रेस क्या करेगी, कैसे करेगी, कांग्रेस पार्टी में कौन-कौन लोग इस काम को पूरा करके दिखा देंगे। हमें गुजरात की जनता के सामने स्पष्ट करना है कि ये लोग जमीनी लोग हैं, ये लोग लड़ जाएंगे, ये लोग गुजरात को रास्ता दिखा देंगे। गुजरात की जनता कांग्रेस पार्टी को जिताना चाहती है। मगर मीडिया ने कन्फ्यूजन पैदा किया हुआ है, सारा मीडिया बीजेपी के बारे में बोलता है, हमारी बुराई करता है। तो हमको वो कन्फ्यूजन क्लीयर करना है। समस्या ये है कि जब गुजरात की जनता कांग्रेस की तरफ देखती है तो वो जान नहीं पा रही कि कांग्रेस क्या करना चाहती है, कैसे करना चाहती है, उसको कौन लोग करेंगे? क्योंकि मीडिया ने कंफ्यूजन पैदा किया हुआ है
बीजेपी की राजनीति गुजरात का नुकसान कर रही है। गुजरात की स्ट्रेंथ छोटे-मध्यम बिजनेस हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी जी ने इस स्ट्रेंथ को खत्म कर दिया। जीएसटी-नोटबंदी, कोरोना के समय सरकार की जो नीतियां थी, उन्होंने गुजरात की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया। यहाँ पर कोविड में 3 लाख लोग मरे, गुजरात के लोग थे, किसी का भाई, किसी के माता-पिता थे। गुजरात मॉडल, जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं थे, वेंटिलेटर्स नहीं थे, अस्पताल के सामने, गाड़ी के अंदर लोग मर रहे थे। ये चुनाव आप जीत गए हो, बस अब इस बात को स्वीकार करना है। गुजरात की जनता आपकी ओर देख रही है, आप सोच रहे हैं कि आप बीजेपी से तंग हो, लेकिन जितना आपका नुकसान किया है, उससे 10 गुना ज्यादा गुजरात की जनता का किया है।
गुजरात हमें यह सिखाता है कि एक तरफ सत्ता हो, सीबीआई हो, ईडी हो, कौरव हों; कुछ फर्क नहीं पड़ता। और दूसरी तरफ सच्चाई; सच्चाई बड़ी साधारण होती है नेहरू जी की वो चिट्ठी। चिट्ठी में नेहरूजी लिखते हैं- इस मामले पर मेरी गांधीजी के साथ बातचीत हुई, लेकिन मेरा मन कह रहा है कि इस मामले में गांधीजी गलत बोल रहे हैं, मैं सही बोल रहा हूं। मगर मैं जानता हूं कि वो सही हैं, मैं गलत हूं। उसमें नेहरूजी थे, सरदार पटेल जी थे, सुभाषचंद्र बोस जी थे और बहुत सारे लोग थे। मगर जिसको रणनीतिक दिशा कहते हैं, वो महात्मा गांधी जी ने दी थी। हमारी पार्टी गुजरात से पैदा हुई है, उस समय कांग्रेस पार्टी हर प्रदेश में उठी थी। मगर जो विचारधारा थी, जो दिशा थी, वो एक गुजराती ने दी थी।