गहलोत के 'गौतम भाई' पर राहुल गांधी ने दी सफाई, कहा- मैं उनका भी विरोध करता अगर...
जयपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से लगातार उद्योगपतियों खासकर गौतम अडानी को निशाना बनाया जा रहा है। कल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गौतम अडानी ने एकसाथ मंच साझा किया था। इसको लेकर अब पार्टी नेता राहुल गांधी और जयराम रमेश दोनों की ओर से स्पष्टीकरण आया है। उनका कहना है कि वे एक खास उद्योगपति को लाभ पहुंचाने के लिए लाई जा रही नीतियों के खिलाफ है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज कर्नाटक में 'भारत जोड़ो' यात्रा के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि राजस्थान सरकार ने अडानी को कोई विशेष तरजीह नहीं दी है। उन्होंने कहा कि वे किसी उद्योगपति के खिलाफ नहीं हैं। वे एकाधिकार के विरोधी हैं। अगर राजस्थान सरकार अडानी को गलत तरीके से बिजनेस देती है तो वे उसका भी विरोध करेंगे।
भाजपा हुई हमलावर -
राजस्थान के प्रदेश सतीश पुनिया ने गहलोत द्वारा अडानी को गौतम भाई बुलाए जाने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा राहुल गांधी केंद्र पर अदाणी और अंबानी का पक्ष लेने का आरोप लगाते हैं, वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री इन दोनों कारोबारियों के पक्षधर हैं. पुनिया ने ट्वीट किया , कल तक जो था विरोधी, आज बना मनमीत, धन की जगी उम्मीद तो बदली अपनी रीत।
सुर्ख़ियों में रही मुलाकात -
बता दें की देश के दो बड़े उद्योगपतियों का नाम लेकर कांग्रेस हमेशा केन्द्र सरकार पर हमलावर रहती है। सड़क से लेकर संसद तक यह आरोप लगाया जाता है कि केन्द्र की बीजेपी सरकार अडानी और अंबानी को मालामाल कर रही है।राजस्थान इन्वेस्टर समिट में गौतम अडानी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुलाकात काफी सुर्ख़ियों में है। इस समिट में गहलोत और अडानी एक-दूसरे की जमकर तारीफ़ करते नजर आए। गहलोत ने अदाणी को 'भाई' कहते हुए संबोधित किया और कहा, गौतम भाई गुजरात की बात कर रहे थे। गुजराती हमेशा से बहुत सक्षम रहे हैं, यहां तक कि आजादी से पहले भी। वहीं, अदाणी ने गहलोत के तेजी से निर्णय लेने की तारीफ की।