लॉकडाउन के बीच देश में उर्वरकों की हुई रिकॉर्ड बिक्री

Update: 2020-04-28 15:47 GMT

नईदिल्ली।  कोरोना संक्रमण के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान आवागमन पर बहुत ज्यादा प्रतिबंध होने के बावजूद,उर्वरक विभाग,रेलवे, राज्यों और बंदरगाहों के ठोस प्रयासों से देश में किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए उर्वरकों का उत्पादन और आपूर्ति बिना किसी रुकावट के लगातार की जा रही है। 

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री  डी. वी. सदानंद गौड़ा ने कहा की देश में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। राज्य सरकारों के पास उर्वरकों का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। मंत्री गौड़ा ने आगे कहा कि उनका मंत्रालय किसानों के लिए बुआई से पहले उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया की 17 अप्रैल को 41 उर्वरक संयंत्रों को बंदरगाहों से गंतव्य स्थलों के लिए भेजा गया था। जोकी लॉकडाउन के दौरान एक दिन में भेजी गई उर्वरकों की सबसे ज्यादा खेप है। एक पूरी ट्रेन एक बार में 3000 मीट्रिक टन भार ले जाती है। 

भारत सरकार ने आवश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत देश में उर्वरक संयंत्रों के संचालन की अनुमति प्रदान की है, जिससे कि लॉकडाउन के कारण कृषि क्षेत्र प्रभावित न हो सके। देश में उर्वरक संयंत्रों,रेलवे स्टेशनों और बंदरगाहों पर उर्वरकों को चढ़ाने और उतारने का काम तेजी के साथ हो रहा है, इसलिए यहां कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी तरह की सावधानियां भी बरती जा रही हैं। इसके लिए सभी मजदूरों एवं अन्य स्टाफ को मास्क एवं अन्य आवशयक निवारक उपकरण प्रदान किए गए हैं।


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