LAC पर स्थिति नाजुक और गंभीर : आर्मी चीफ जनरल नरवणे

Update: 2020-09-04 15:44 GMT

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच लद्दाख स्थित एलएसी पर जारी तनाव के बीच आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने शुक्रवार को लेह का दौरा किया और मौजूदा हालात की समीक्षा की। नरवणे गुरुवार को ही लद्दाख पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि एलएसी पर स्थितियां अभी गंभीर है और भारतीय सेना इन्हें संभालने के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रही है। नरवणे ने कहा कि जवानों का हौसला काफी ऊपर है और वे किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं।

लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर 29-30 अगस्त की रात चीनी सैनिकों की घुसपैठ नाकाम किए जाने के बाद तनाव चरम पर है। इसी के बाद से लद्दाख में दोनों देशों की सेना के बीच टकराव बढ़ा है लेकिन भारतीय सेना के आक्रमक एक्शन से चीन सकते में है। भारतीय सेना ने पूरी एलएसी पर ऊंचा​​ई वाली जगहों पर कब्जा करके अपना दबदबा बना लिया है। अब भारत की सेना डेप्सांग से लेकर दक्षिण पेंगौंग तक के इलाके में मजबूत स्थिति में है। भारतीय सेना ने अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है जिससे भारतीय सेना सीधे एक्शन के मोड में है। चीन के साथ 4 महीने से चल रहे टकराव के बाद भारतीय सेना ने पेंगौंग में पहाड़ों की चोटियों पर कब्जा जमाकर चीन को हैरान कर दिया है।

दो दिवसीय दौरे के पहले दिन जनरल नरवणे ने उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी और 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह से स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद दूसरे दिन आज सेना प्रमुख ने दक्षिण पैंगोंग में सेना की कार्रवाइयों का जायजा लेने के लिए चुशुल का दौरा किया। उन्होंने अन्य क्षेत्रों में हवाई और जमीनी सर्वेक्षण भी किया। इसी इलाके में सेना ने थाकुंग चोटी से लेकर रेकिन ला तक लगभग 30 प्रमुख ऊंचाइयों पर कब्जा करके चीन के मुकाबले अच्छी रणनीतिक बढ़त बनाई है।

सेना प्रमुख ने इस क्षेत्र के दौरे के समय तैनात जवानों की पीठ थपथपाई और किसी भी परिस्थिति से मुकाबला करने के लिये हौसलाफजाई की। उन्होंने देखा कि पहले चीन की हरकत पर सेना जवाबी कार्रवाई करती थी लेकिन अब सेना ने खुद ही पहल करके चीनी सैनिकों के पर कतर दिए हैं। पहले सीमा पर शांति बनाए रखने के नियमों के तहत कार्रवाई होती थी लेकिन अब भारत ने ये साफ कर दिया है कि सामने वाला अगर अपनी हरकतों से बाज नहीं आएगा तो भारत को कार्रवाई करनी ही पड़ेगी।

गौरतलब है कि इससे पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने यूएस-इंडिया स्ट्रैटिजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा था कि देश के लिए एक साथ दो मोर्चों- चीन और पाकिस्तान की ओर से खतरा पैदा हो सकता है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि भारतीय सेना किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार है। जनरल रावत ने कहा कि अगर पूर्वी सीमा पर कोई खतरा पैदा होता है, तो पाकिस्तान भी इसका फायदा उठाने की कोशिश कर सकता है। इसलिए हमने पाकिस्तान की तरफ से किसी भी ऊटपटांग हरकत को रोकने की तैयारियां सुनिश्चित कर ली हैं।

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