नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद एक कैंसर है, जो संभवत: सभी को प्रभावित करता है, ठीक उसी प्रकार जैसे वैश्विक महामारी संपूर्ण मानवता को प्रभावित करती है। अंतरराष्ट्रीय प्रणालियों को आतंकवाद को समर्थन देने वाले ढांचों को समाप्त करने के लिए आवश्यक तंत्र बनाने चाहिए। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को 19वें दरबारी सेठ मेमोरियल में दिए गए लेक्चर के दौरान ये बातें कहीं।
टीईआरआई के एक संबोधन में विदेश मंत्री जयशंकर ने शुक्रवार को यह भी कहा कि आतंकवाद और महामारी की वैश्विक प्रतिक्रियाएं तभी उभर कर सामने आई हैं, जब किसी विशिष्ट घटना से पर्याप्त व्यवधान उत्पन्न हुए हों।
पाकिस्तान का स्पष्ट संदर्भ देते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि ऐसे देश जिन्होंने आतंकवाद का उत्पादन निर्यात के लिए किया है, वे खुद को आतंकवाद पीड़ित दिखाने की कोशिश करते है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और उसकी सहायता करने और उसे बढ़ावा देने वालों के खिलाफ संघर्ष का काम प्रगति पर है।