लॉकडाउन के समय को पीएम मोदी ने कुछ ऐसे किया उपयोग

Update: 2020-04-23 07:42 GMT

नई दिल्ली। देश में लॉकडाउन की स्थितियां बरकरार हैं। आम लोग अपने घर में हैं और लोगों से बात करने का जरिया सिर्फ फोन और सोशल मीडिया है। ऐसे वक्त में जब सारा देश अपने भूले-बिसरे दोस्तों से बात करके लॉकडाउन की अवधि काट रहा है, खुद पीएम नरेंद्र मोदी भी बीते कुछ दिनों से लगातार अपने पुराने दोस्तों से बात करने में जुटे हुए हैं। पीएम ने हाल ही में जनसंघ के दिनों के अपने उन पुराने साथियों से बातचीत की है, जिनके साथ उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी।

उत्तराखंड के वरिष्ठ बीजेपी नेता मोहन लाल बौठियाल को उस समय यकीन नहीं हुआ जब उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन आया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे बात करना चाहते हैं। बौठियाल (76) को बुधवार सुबह 8.26 बजे फोन आया, जब वह उत्तराखंड में पौड़ी जिले के दुगड्डा ब्लॉक स्थित पैतृक गांव एता में अपने गेहूं के खेतों की ओर जा रहे थे। प्रधानमंत्री कार्यालय से कॉल आने के कुछ ही सेकंड के भीतर दूसरी तरफ से प्रधानमंत्री की आवाज सुनकर वह भाव-विभोर हो गए, जब प्रधानमंत्री ने उनसे पूछा कि कैसा चल रहा है। मोदी ने करीब तीन मिनट तक अपने पुराने साथी से बातचीत की।

उन्होंने इस बारे में बातचीत की कि कैसे 1998 में उनकी मुलाकात बद्रीनाथ में बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में हुई थी और उसके बाद 2014 में उत्तराखंड के श्रीनगर (गढ़वाल) में एक चुनावी सभा में वे मिले थे। मोदी ने बौठियाल को बताया कि उन्होंने देश में संकट के इस समय में जनसंघ के दिनों के अपने पुराने साथियों से बात करने का फैसला किया है और इस नाते उनसे बात कर रहे हैं। बौठियाल 1960 में जनसंघ में शामिल हुए थे। इसके बाद वह 1970 में जनता पार्टी और 1980 में बीजेपी से जुड़ गए। उत्तर प्रदेश से अलग उत्तराखंड राज्य बनने के बाद बौठियाल पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे।

बौठियाल के अलावा पीएम ने हाल ही में बीजेपी के कई और नेताओं को फोन कर उनका हालचाल लिया था। इससे पहले बुधवार को ही पीएम ने यूपी के कुशीनगर जिले में रहने वाले पूर्व विधायक श्री नारायण उर्फ भुलई भाई से भी फोन पर बात की। 106 साल के श्री नारायण पीएम से बात करके भाव-विभोर हो गए। इस बातचीत में प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि उन्होंने आशीर्वाद लेने के लिए उन्हें इतने दिनों के बाद फोन किया है।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'बस यूं ही मन कर गया कि आपने शताब्दी देखी है तो संकट के समय आपका आशीर्वाद ले लूं।' इस पर विधायक ने जवाब दिया, 'भगवान आपको यशस्वी करें। जब तक आप स्वस्थ रहें तब तक आप देश का नेतृत्व करें।' प्रधानमत्री ने इसका जवाब देते हुए कहा, 'आप लोगों से जो सीखा है वह देश के काम आए बस यही बात है।' पीएम ने पूर्व विधायक से तकरीबन 2 मिनट तक बातचीत की और फिर उनके पूरे परिवार को प्रणाम बोलने के लिए कहते हुए फोन रख दिया।

पीएम ने बुधवार को अपने गृह राज्य गुजरात के पूर्व विधायक रत्नाभाई थुम्मर को भी फोन करके धन्यवाद दिया। रत्नाभाई थुम्मर वही शख्स है, जिन्होंने पीएम केयर्स फंड में 51 हजार रुपये की राशि दान की थी। 17 अप्रैल को 99 साल के रत्नाभाई थुम्मर ने खुद जूनागढ़ के जिला कलेक्टर कार्यालय जाकर ये राशि डीएम को सौंपी थी। पीएम ने दान की इस राशि की जानकारी के बाद रत्नाभाई थुम्मर को फोन किया और खुद इसके लिए धन्यवाद भी दिया।

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